नई दिल्ली: संसद के निचले सदन यानी लोकसभा में सोमवार को पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली. नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के हिंदू और हिंसा वाले बयान पर पूरे सदन में भारी हंगामा हुआ. इस दौरान राहुल का पीएम मोदी और गृह मंत्री शाह से आमना-सामना भी हुआ. इस बीच स्थिति […]
नई दिल्ली: संसद के निचले सदन यानी लोकसभा में सोमवार को पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली. नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के हिंदू और हिंसा वाले बयान पर पूरे सदन में भारी हंगामा हुआ. इस दौरान राहुल का पीएम मोदी और गृह मंत्री शाह से आमना-सामना भी हुआ. इस बीच स्थिति ऐसी बन गई कि गृह मंत्री अमित शाह ने राहुल गांधी को ट्यूशन रख लेने की सलाह दे डाली. उन्होंने कहा कि राहुल को अगर नियमों के बारे में नहीं पता है तो वे ट्यूशन रख लें.
बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज लोकसभा को संबोधित करते हुए कहा कि हमारा देश अहिंसा का देश है, लेकिन यह किसी से डरता नहीं है. हमारे महापुरुषों ने भी यही संदेश दिया है कि डरो मत, डराओ मत. भगवान शिव कहते हैं कि डरो मत, डराओ मत. वहीं, दूसरी ओर आप लोग हैं जो अपने आप को हिंदू तो कहते हैं लेकिन 24 घंटे हिंसा-हिंसा, नफरत-नफरत करते रहते हैं. आप (बीजेपी सांसदों की ओर इशारा करते हुए) सभी हिंदू हो ही नहीं सकते हैं. आप हिंदू नहीं हिंसक हैं.
वहीं, राहुल गांधी के बयान पर बीजेपी सांसदों ने लोकसभा में कड़ा विरोध जताया. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि राहुल गांधी को पता नहीं है कि इस देश में करोड़ों लोग बहुत गर्व से अपने आप को हिंदू कहते हैं. आप (राहुल) हिंसा की बात कर रहे हैं. भरे सदन में हिंसा को किसी धर्म विशेष से जोड़ना पूरी तरह से गलत है. राहुल गांधी को अपने बयान पर तुरंत माफी मांगनी चाहिए. बता दें कि राहुल के बयान पर स्पीकर ओम बिड़ला ने भी आपत्ति जताई. उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेता हैं. आपको सदन के अंदर किसी धर्म के बारे में ऐसी टिप्पणी नहीं करनी चाहिए. इससे देश में गलत मैसेज जाएगा.
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