नई दिल्ली। उत्तर भारत के कुछ राज्य भीषण गर्मी और लू से परेशान हैं तो कई राज्यों में भारी बारिश से तबाही मची है। दिल्ली, पंजाब, हरियाणा जैसे राज्यों में पारा 45 डिग्री के आसपास पहुंच गया है. वहीं, असम, बेंगलुरु और केरल जैसे राज्यों में बारिश ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। उत्तर […]
नई दिल्ली। उत्तर भारत के कुछ राज्य भीषण गर्मी और लू से परेशान हैं तो कई राज्यों में भारी बारिश से तबाही मची है। दिल्ली, पंजाब, हरियाणा जैसे राज्यों में पारा 45 डिग्री के आसपास पहुंच गया है. वहीं, असम, बेंगलुरु और केरल जैसे राज्यों में बारिश ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। उत्तर भारत के कई राज्यों में कुछ दिनों और गर्मी से परेशानी होने वाली है।
दिल्ली के तापमान की बात करें तो 19 मई को देश की राजधानी में न्यूनतम तापमान 30 डिग्री और अधिकतम तापमान 44 डिग्री हो सकता है। दिल्ली में आने वाले कुछ दिनों तक तापमान 40 से 45 डिग्री के बीच रह सकता है।
मौसम विभाग के मुताबिक उत्तर प्रदेश में अभी गर्मी से राहत की कोई उम्मीद नहीं है। राजधानी लखनऊ में आज न्यूनतम तापमान 28 डिग्री और अधिकतम तापमान 42 डिग्री रह सकता है। वहीं गाजियाबाद में आज न्यूनतम तापमान 26 डिग्री और अधिकतम तापमान 41 डिग्री रह सकता है।
हिमाचल प्रदेश में गुरुवार को मौसम साफ रहने के आसार हैं, जिससे तापमान में और इजाफा होगा। दो दिन से कई जगहों पर हुई बारिश ने गर्मी से राहत दिला दी है। मौसम विभाग के मुताबिक राज्य में 20 मई से एक बार फिर मौसम बदलेगा। कई जगहों पर बारिश और ओलावृष्टि की चेतावनी भी है।
उत्तराखंड के पांच जिलों में बारिश की संभावना मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि आने वाले 24 घंटों में उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिलों में छिटपुट स्थानों पर तेज गरज के साथ बारिश हो सकती है। राज्य के अन्य हिस्सों में मौसम शुष्क से लेकर आंशिक रूप से बादल छाए रहने की संभावना है।
स्काईमेट वेदर के अनुसार, तटीय कर्नाटक के कुछ हिस्सों, केरल के कुछ हिस्सों, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के साथ-साथ सिक्किम और पश्चिम असम में मध्यम से भारी बारिश जारी रहेगी। पूर्वोत्तर भारत के बाकी हिस्सों, रायलसीमा और लक्षद्वीप में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। जबकि उत्तरी आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों, तमिलनाडु के कुछ हिस्सों, दक्षिण छत्तीसगढ़, तेलंगाना और पूर्वी बिहार में एक या दो मध्यम बारिश हो सकती है। पश्चिम हिमालय, ओडिशा, गंगीय पश्चिम बंगाल, गोवा, तटीय आंध्र प्रदेश और दक्षिण मध्य महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश संभव है।
केरल की बात करें तो मौसम विभाग ने कई इलाकों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। अगले चार दिनों तक भारी बारिश की भविष्यवाणी की गई है। स्थिति को देखते हुए केरल सरकार पहले ही आपात बैठक बुला चुकी है। उस बैठक में सभी तैयारियों पर मंथन किया गया है और बाढ़ जैसी स्थिति से निपटने की रणनीति पर काम किया गया है।
केरल के अलावा असम में भी बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। असम में लगातार हो रही बारिश से कई इलाकों में बाढ़ और भूस्खलन से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। राज्य के करीब 20 जिलों में 1.97 लाख लोग इस बाढ़ से प्रभावित हैं। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के मुताबिक अकेले कछार में 51,357 लोग प्रभावित हुए हैं। साल की पहली बाढ़ के कारण 46 राजस्व संभागों के 652 गांव प्रभावित हुए हैं और 16,645.61 हेक्टेयर फसल भूमि बाढ़ के पानी से नष्ट हो गई है।