Sedition Case Against Shehla Rashid on Kashmir, Shehla Rashid Ke Khilaf DeshDroh ka Mukadma Darj:जेएनयू की पूर्व छात्रा और कश्मीरी नेता शेहला रशीद पर शुक्रवार को दिल्ली पुलिस ने देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया गया है. शेहला पर सेना के खिलाफ झूठी खबर फैलाने का आरोप है. मुकदमा दर्ज होने के बाद शेहला राशीद ने सोशल मीडिया के जरिए अपनी सफाई देते हुए कहा कि राजनीतिक एक्टिविस्ट तौर पर मैं सिर्फ अपना काम कर रही थी. जिन ट्विट के लिए मुझे निशाना बनायाा जा रहा है, उनमें मैंने सिर्फ लोगों की परेशानियों को सामने रखा है.
नई दिल्ली. जेएनयू की पूर्व छात्रा और कश्मीरी नेता शेहला रशीद पर सेना के खिलाफ झूठी खबर फैलाने के आरोप में शुक्रवार को देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया. शेहला ने 18 अगस्त को एक के बाद एक कई ट्वीट किए थे, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि कश्मीर में सशस्त्र बल रात में घरों में घुसे और तोड़फोड़ करने लगे. चार लोगों को शोपियां में सैन्य शिविर में बुला गया और उनके साथ पूछताछ के दौरान प्रताड़ना की गई. इसके साथ ही शेहला रशीद ने दावा किया था कि घाटी में सत्तरूढ़ बीजेपी के अजेंडे को पूरा करने के लिए मानवाधिकारों का खनन किया जा रहा है. शेहला के इन आरोपों पर लोगों ने काफी तीखी प्रतिक्रिया दी थी.
अब हाल ही में शेहला राशिद ने अपने ट्विटर हैंडल के जरिए दिल्ली पुलिस द्वार एफाआईआर किए जाने पर एक बयान जारी किया है. शेहला ने लिखा- मुझे मीडिया रिपोर्ट्स द्वारा पता चला कि दिल्ली पुलिस ने मेरे खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया है. मैं आर्टिकल 370 हटने के लिए संवैधानिक चुनौती में एक यातिकाकर्ता हूं. अपने ट्वीट में मैंने स्पष्ट किया था कि ये राज्य में लोगों से मिली जानकारी पर आधारित है. जब रिपोर्टर्स को रिपोर्ट करने की अनुमती नहीं होती, मीडिया, सोशल मीडिया, टेलिफोनक और पोस्टल कम्यूनिकेशन से छेड़छाड़ की जाती है तब ऐसी स्थिति में लोगों की बातों को सामने रखना जरूरी है, ताकि पूरे भारत को पता चले कि वहां क्या हो रहा है.
https://twitter.com/Shehla_Rashid/status/1169945764396556289
शेहला राशिद ने आगे लिखा कि- राजनीतिक एक्टिविस्ट तौर पर मैं सिर्फ अपना काम कर रही थी. जिन ट्विट के लिए मुझे निशाना बनायाा जा रहा है, उनमें मैंने सिर्फ लोगों की बातों को सामने रखा हौ. यह अपने आप में पर्याप्त सबूत है कि मेरे पास सच को उजागर करने के अलावा कोई मकसद नहीं था. मैं सभी से विनीती कर रही हूं कि कश्मीर के लोगों के साथ एकजुटता से खड़े हों और उनकी मदद करें.