नई दिल्ली। बाजार नियामक सेबी ने अडानी (Adani) इंटरप्राइजेज के 20 हजार करोड़ के फॉलोऑन पब्लिक ऑफर (FPO) से जुड़े दो एंकर निवशकों की जांच शुरू कर दी है। यह जांच अडानी समूह के साथ इन निवेशकों के संबंधों से जुड़ी हैं।
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड इस मामले में कानूनों के संभावित उल्लंघन या शेयर बिक्री प्रक्रिया में किसी भी तरह के हितों के टकराव की जांच कर रहा है। मॉरीशस की दो कंपनियों ग्रेट इंटरनेशनल टस्कर फंड और आयुष्मति लिमिटेड की अडानी (Adani) के साथ संबंधों की जांच भी हो रही है। दोनों ने एफपीओ में एंकर निवेशक के रूप में पैसा लगाया था।
बता दें, कैपिटल एवं डिस्कलोजर नियमों के मुताबिक, अगर कोई संस्थान किसी कंपनी के संस्थापक या संस्थापक समूह से जुड़ा है तो वह उस कंपनी में एंकर निवेशक नहीं हो सकता। जिसके चलते सेबी यही जांच कर रहा है कि जो भी एंकर निवेशक हैं, क्या वे समूह संस्थापकों से जुडे़ हैं या नहीं। सेबी की जांच में एलारा कैपिटल और मौनर्क नेटवर्थ कैपिटल भी हैं। यह उन 10 निवेश बैंकर्स में शामिल हैं, जिन्होंने एफपीओ का प्रबंधन किया था।
इससे पहले नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ने अडानी समूह की तीन में से दो कंपनियों अड़ानी पोर्ट्स और अंबुजा सीमेंट्स को अतिरिक्त निगरानी व्यवस्था से बाहर कर दिया है।
अडानी टॉप- 20 से बाहर
अडानी (Adani) समूह की कंपनियो के शेयरों में शुक्रवार को भी गिरावट जारी रही। इससे समूब के चैयरमैन गौतम अडानी की संपत्ति 7 अरब डॉलर से घटकर 58 अरब डॉलर रह गई। इसके साथ ही वह दुनियाभर के अमीरों की सूची में शीर्ष- 20 से बाहर होकर 22वें स्थान पर आ गए है।