SC Hearing In Ayodhya Land Dispute Case: अयोध्या राम जन्मभूमि जमीन विवाद मामले में शुक्रवार 9 अगस्त 2019 को पांचवे दिन सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है. कोर्ट में चल रही सुनवाई के बीच रामलला के वकील परासरण ने पक्ष रखते हुए कहा कि रामायण में उल्लेख है कि सभी देवता भगवान विष्णु के पास गये और रावण के अंत करने की बात कही,तब विष्णु ने कहा कि इसके लिये उन्हें अवतार लेना होगा इस बारे में जन्मभूमि का वर्णन किया गया है और इसका महत्व है। परासरण ने आगे कहा कि राम जन्मभूमि विवाद एक अरसे से चला आ रहा है विवाद है अब इसका निपटारा होना चाहिए। पुरातत्व विभाग की खुदाई में जो सबूत मिले है उससे ये साफ़ पता चलता है कि वहाँ मस्ज़िद से पहले मंदिर था।
नई दिल्ली. SC Hearing In Ayodhya Land Dispute Case: अयोध्या राम जन्मभूमि जमीन विवाद मामले में शुक्रवार 9 अगस्त 2019 को पांचवे दिन सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है. कोर्ट में चल रही सुनवाई के बीच रामलला के वकील परासरण ने पक्ष रखते हुए कहा कि रामायण में उल्लेख है कि सभी देवता भगवान विष्णु के पास गये और रावण के अंत करने की बात कही,तब विष्णु ने कहा कि इसके लिये उन्हें अवतार लेना होगा इस बारे में जन्मभूमि का वर्णन किया गया है और इसका महत्व है। वकील की इस बात संवैधानिक पीठ में मौजूद जस्टिस बोबड़े ने पूछा क्या इस समय रघुवंश डाइनेस्टी में कोई इस दुनिया में मौजूद है. इस सवाल के जवाब में रामलला के वकील परासरण ने कहा कि मुझे नहीं पता.
रामलला के वकील के परासरण ने एक और दलील देते हुए कहा कि जब आप मंदिर जाते है तो आप उसे स्थल कहते है, उसे स्थान कहा जाता है वो जन्मभूमि नही होती। 1966 के एक फैसले का जिक्र करते हुए रामलला के वकील ने कहा कि हिन्दू धर्म “एक वे ऑफ लाइफ है” यानी हिन्दू धर्म नही जीवन पद्धति है”. परासरण ने आगे कहा कि राम जन्मभूमि विवाद एक अरसे से चला आ रहा है विवाद है अब इसका निपटारा होना चाहिए। पुरातत्व विभाग की खुदाई में जो सबूत मिले है उससे ये साफ़ पता चलता है कि वहाँ मस्ज़िद से पहले मंदिर था।
दरअसल इससे पहले मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन ने आयोध्या विवाद मामले की रोजाना सुनवाई का विरोध किया था. मुस्लिम पक्ष ने हफ्ते में 3 दिन ही सुनवाई की मांगी की थी. सुप्रीम कोर्ट में लगातार पांच दिनों से चल रही अयोध्या राम जन्मभूमि विवाद की सुनवाई पर नाराजगी जाहिर करते हुए मुस्लिम पक्ष ने कहा कि कोर्ट परंपरा तोड़ कर मामले की सुनवाई कर रहा है जो अमानवीय है. राजीव धवन ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट में लगातार सुनवाई का तरीका टॉर्चर करने वाला है और मुस्लिम पक्ष को इस पर आपत्ति है.
मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन का कहना है कि अगर हफ्ते में 5 दिन सुनवाई होती है तो यह अमानवीय है और हम अदालत की सहायता नहीं कर पाएंगे. सुनवाई में तेजी नहीं की जा सकती है. मुझे यह केस छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ेगा. इस पर मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई ने कहा कि हमने आपकी शिकायत सुनी है हम आपको जल्द ही सूचित करेंगे. इस सोमवार को बकरीद की गजेटेड छुट्टी, लिहाजा सुप्रीम कोर्ट बंद रहेगा. इस वजह से जिन मामलों की सुनवाई सोमवार को होनी थी उनको मंगलवार को कोर्ट सुनेगा और मंगलवार को अयोध्या राम जन्मभूमि सूचीबद्ध होने का मतलब है कि मामले की सुनवाई अब रोजाना होगी.