नई दिल्ली: भगवान शिव को जितना प्यारा सावन का महीने है, उतना ही प्रिय सावन मासिक शिवरात्रि का पर्व भी है। वहीं सावन की पहली शिवरात्रि साल 2023 में 15 जुलाई को मनाई जाएगी। इस खास दिन महादेव के भक्त पूरी श्रद्धा के साथ शिव को खुश करने में लगे रहते है। जो भी जातक […]
नई दिल्ली: भगवान शिव को जितना प्यारा सावन का महीने है, उतना ही प्रिय सावन मासिक शिवरात्रि का पर्व भी है। वहीं सावन की पहली शिवरात्रि साल 2023 में 15 जुलाई को मनाई जाएगी। इस खास दिन महादेव के भक्त पूरी श्रद्धा के साथ शिव को खुश करने में लगे रहते है। जो भी जातक सावन शिवरात्रि का व्रत रखते हैं, उन्हें यह बात ध्यान में रखनी चाहिए की कोई भी व्रत केवल तभी पूरा होता है, जब उसके नियमों का पालन श्रद्धा भाव से किया जाए। अगर आप भी सावन शिवरात्रि का व्रत रखते हैं तो याद रखें ये बातें और साथ ही इन नियमों को फॉलो करने से मिल सकते हैं कई लाभ-
शिवरात्रि के दिन सच्चे मन से पूजा-अर्चना के साथ व्रत करने से मनुष्य की सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं. इस शुभ दिन सावन शिवरात्रि का व्रत रखने से मनुष्य के सभी मुश्किल काम हल हो जाते हैं. इतना ही नहीं इंसान की सभी समस्याएं भी दूर हो जाती हैं. ऐसा माना जाता है कि शिवरात्रि के शुभ दिन अगर कुंवारी कन्याएं व्रत रखती हैं तो उन्हें मनचाहा वर मिलता है और विवाह में आ रही रुकावट भी दूर होती है.
इसके अलावा शिव पुराण में इस व्रत का उल्लेख करते हुए लिखा गया है कि जो कोई भी मुनष्य इस दिन सच्चे मन से पूजा-अर्चना कर श्रद्धा के साथ व्रत रखता है उसकी सभी इच्छाएं जरूर पूरी होती हैं. महादेव की कृपा से इस खास व्रत को रखने वाले मनुष्य के सभी अधूरे काम बन जाते हैं। बताया जाता है कि भगवान शिव का यह खास व्रत संतान प्राप्ति और रोग मुक्ति के लिए भी किया जाता है.
इस खास दिन धन की प्राप्ति के लिए दूध, दही, शक्कर, शहद और घी से महादेव का अभिषेक करें. इसी के साथ बाद में जल धारा अर्पित करें, फिर धन की प्राप्ति के लिए पूरी श्रद्धा के साथ शिव की पूजा-अर्चना करें. साथ ही संतान प्राप्ति के लिए शिव लिंग पर घी अर्पित करें. इसके बाद फिर जल की धारा अर्पित करें. इसके बाद संतान प्राप्ति के लिए सच्चे मन से प्रार्थना अवश्य करें. विवाह में रूकावट के लिए शिवलिंग पर 108 बेल पत्र अर्पित करें, हर बेल पत्र के साथ “नमः शिवाय” का जाप अवश्य करें.