नई दिल्ली। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा फिलहाल महाराष्ट्र में है, इस यात्रा के दौरान उन्होने विनायक दामोदर सावरकर को लेकर आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था। उनकी इस टिप्पणी को लेकर तमाम मराठी नेताओं समेत संजय राउत ने भी इन शब्दों को लेकर आपत्ति जताई थी। राहुल गांधी के इस बयान को लेकर […]
नई दिल्ली। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा फिलहाल महाराष्ट्र में है, इस यात्रा के दौरान उन्होने विनायक दामोदर सावरकर को लेकर आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था। उनकी इस टिप्पणी को लेकर तमाम मराठी नेताओं समेत संजय राउत ने भी इन शब्दों को लेकर आपत्ति जताई थी। राहुल गांधी के इस बयान को लेकर सावरकर के पोते रंजीत सावरकर ने पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू पर भी अभद्र टिप्पणी करते हुए गंभीर आरोप लगाए हैं।
कांग्रेसी नेता राहुल गांधी द्वारा विनायक दामोदर सावरकर के ऊपर दिए गए आपत्तिजनक बयान से आहत सावरकर के पोते रंजीत सावरकर ने राहुल गांधी के आरोपों का जवाब दिया है। रंजीत ने पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू पर भी गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि, नेहरू हनीट्रेप में फंस गए थे साथ ही एक महिला के लिए वह भारत का विभाजन करने को तैयार हुए साथ ही वह 12 वर्षों तक भारत की गुप्त जानकारी अंग्रेजों तक पहुंचाते रहे।
रंजीत ने कहा कि, नेहरू और एडविना के बीच हुए पत्राचार अंग्रेजों से मांग कर सार्वजनिक किए जाएं जिससे यह पता चले कि, चाचा कहलाए जाने वाले नेहरू ने देश को किस तरह धोखा दिया था। रंजीत ने आरोप लगाते हुए कहा कि, 9 मई से 12 मई 1947 के बीच शिमला गए थे। एडविना द्वारा ब्रिटिश सरकार को लिखे पत्र में अंकित है कि, किस तरह पं. नेहरू एडविना के काबू में आ गए थे। साथ ही उन्होने माउंटबेटन के आदेश पर ही सेना पाकिस्तान नहीं भेजा था।
विनायक दामोदर सावरकर को लेकर सदैव से ही भारत के भीतर दो पक्ष रहे हैं एक पक्ष सावरकर को अंग्रेजों का चाटुकार एवं दूसरा पक्ष उन्हें क्रांतिकारी के रूप में प्रदर्शित करता है। रंजीत सावरकर ने 12 साल तक अंग्रेजों के जासूस के रूप में काम करने का आरोप नेहरू पर लगाते हुए कहा कि, 12 साल के हनीट्रैप का जवाब राहुल गांधी को देना होगा। हम आपको बता दें कि, भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने विनायक दामोदर सावरकर पर आपत्तिजनक टिप्पणियां की थी,जिसको लेकर रंजीत सावरकर एक्शन में आ गए।