नई दिल्ली। सऊदी अरब ने अपने नागरिकता नियमों में कई नए बदलाव किए हैं। बता दें , खाड़ी देश ने नागरिकता की शर्तों में कई अहम बदलाव किया है। जानकारी के मुताबिक , किंग सलमान बिन अब्दुल अजीज ने अपना एक शाही फरमान जारी किया है और नागरिकता के नए नियम भी तय किए हैं। […]
नई दिल्ली। सऊदी अरब ने अपने नागरिकता नियमों में कई नए बदलाव किए हैं। बता दें , खाड़ी देश ने नागरिकता की शर्तों में कई अहम बदलाव किया है। जानकारी के मुताबिक , किंग सलमान बिन अब्दुल अजीज ने अपना एक शाही फरमान जारी किया है और नागरिकता के नए नियम भी तय किए हैं। उन्होंने इस फरमान में उन प्रावधानों का जिक्र किया है। ऐसा बताया जा रहा है कि ये बदलाव किसी की नागरिकता छीनने के लिए नहीं बल्कि देने के लिए ही किया गया है। सूत्रों के अनुसार , सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस और प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन सलमान ने सऊदी अरब नागरिकता अधिनियम के अनुच्छेद 8 में बदलाव को मंजूरी दे दी है ।
बता दें , सऊदी अरब की सरकार ने देश में नागरिकता को लेकर बड़ा बदलाव किया है। जानकारी के मुताबिक , नए नियमों के तहत अब प्रवासी पुरुषों से शादी करने वाली सऊदी महिलाओं के बच्चे अब 18 साल की उम्र के बाद नागरिकता के लिए आवेदन कर सकेंगे। शाही फरमान के बाद ही नागरिकता अधिनियम के अनुच्छेद 8 में संशोधन किया गया है।
जानकारी के मुताबिक , अगर पिता सऊदी अरब का नागरिक है तो बच्चे को अपने आप नागरिकता मिल जाएगी। तो वहीं, अगर मां सऊदी अरब की नागरिक है और पिता प्रवासी है तो बच्चों को 18 साल की उम्र के बाद नागरिकता मिल जाएगी।गौरतलब है कि , नागरिकता प्राप्त करने के लिए भी कुछ शर्तें
होंगी , जैसे- खाड़ी देशों में ही बच्चे का जन्म होना चाहिए। इन सब के अलावा उसका चरित्र अच्छा हो , उन बच्चों के खिलाफ कोई भी आपराधिक मामले दर्ज नहीं होने चाहिए और उन्हें अरबी भाषा का ज्ञान होना चाहिए। अगर वे लोग इन सभी शर्तों को पूरा करते हैं तो 18 साल की उम्र के बाद उन्हें नागरिकता मिल जाएगी।
बता दें , सऊदी अरब में लाखों की संख्या में भारतीय रहते हैं और कई भारतीयों ने सऊदी मूल की महिलाओं से भी शादी की हुई है । रिपोर्ट के अनुसार , सऊदी अरब की नागरिकता पहले मिलना बहुत मुश्किल था क्योंकि यहां नागरिकता के अधिकार महिलाओं से ज्यादा पुरुषों को दिए जाते थे। गौरतलब है कि , ऐसे में सऊदी में नागरिकता के नियमों में बदलाव का असर लाखों भारतीयों पर पड़ने वाला है। इनमें कई लोगो ऐसे जोकि वहां पर मजदूरी या कंपनियों में काम कर रहे हैं। सऊदी अरब में बड़ी संख्या में भारतीय अपना कारोबार चला रहे हैं। नागरिकता की अस्पष्ट शर्तों के कारण पहले उनके बच्चों को इसका लाभ नहीं मिल पाता था, हालंकि अब वे भी आसानी से नागरिकता प्राप्त कर पाएंगे।
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