नई दिल्ली। भारतीय इतिहास में, सरदार वल्लभभाई पटेल को राष्ट्र निर्माता के रूप में जाना जाता है। उन्होंने भारतीय संघ को एकत्रित करने के लिए अपनी अद्वितीय क्षमताओं का प्रदर्शन किया और एक भारत की सपने को साकार किया। उनकी उपलब्धियों को बड़े आदर और सम्मान के साथ याद किया जाता है। बता दें कि […]
नई दिल्ली। भारतीय इतिहास में, सरदार वल्लभभाई पटेल को राष्ट्र निर्माता के रूप में जाना जाता है। उन्होंने भारतीय संघ को एकत्रित करने के लिए अपनी अद्वितीय क्षमताओं का प्रदर्शन किया और एक भारत की सपने को साकार किया। उनकी उपलब्धियों को बड़े आदर और सम्मान के साथ याद किया जाता है। बता दें कि सरदार पटेल का जन्म 31 अक्टूबर 1855 को हुआ था। उन्होंने अपने जीवन के प्रारंभिक दिनों से ही कई महत्वपूर्ण संगठनों में भाग लिया।
सरदार वल्लभभाई पटेल का 15 दिसम्बर 1950 को उनका निधन हो गया, लेकिन उनकी उपलब्धियों को हमेशा याद किया जाएगा। उन्होंने भारत को एक विशाल, एकत्रित और शक्तिशाली राष्ट्र बनाने के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित किया। उनका योगदान हमारे देश के इतिहास में एक अमूर्त धरोहर के रूप में हमेशा जीवित रहेगा।
“जब जनता एक हो जाती है, तब उसके सामने क्रूर से क्रूर शासन भी नहीं टिक सकता. अतः जात-पात और ऊंच-नीच के भेदभाव को भुलाकर सब एक हो जाइए.”
“आपको अपना अपमान सहने की कला आनी चाहिए.”
“शक्ति के अभाव में विश्वास व्यर्थ है. विश्वास और शक्ति, दोनों किसी महान काम को करने के लिए आवश्यक हैं.”
मेरी एक ही इच्छा है कि भारत एक अच्छा उत्पादक हो और इस देश में कोई अन्न के लिए आंसू बहाता हुआ भूखा ना रहे.
“अधिकार मनुष्य को तब तक अंधा बनाये रखेंगे, जब तक मनुष्य उस अधिकार को प्राप्त करने हेतु मूल्य न चुका दे.”
“कठिन समय में कायर बहाना ढूंढ़ते हैं बहादुर व्यक्ति रास्ता खोजते हैं.”