Sansad ratan: संसद रत्न के लिए चुने गए पांच सांसद, 17 फरवरी को किया जाएगा सम्मानित

नई दिल्लीः संसद रत्न पुरस्कार हर वर्ष शानदार प्रदर्शन करने वाले सांसदों को उनके प्रदर्शन के आधार पर प्रदान किए जाते हैं। जबकि, सांसद महा रत्न पुरस्कार लोकसभा के कार्यकाल के दौरान प्रदर्शन में निरंतरता के लिए पांच साल में एक बार दिए जाते हैं। इसके आयोजकों ने रविवार यानी 7 दिसंबर को इसका ऐलान […]

Advertisement
Sansad ratan: संसद रत्न के लिए चुने गए पांच सांसद, 17 फरवरी को किया जाएगा सम्मानित

Sachin Kumar

  • January 7, 2024 6:45 pm Asia/KolkataIST, Updated 11 months ago

नई दिल्लीः संसद रत्न पुरस्कार हर वर्ष शानदार प्रदर्शन करने वाले सांसदों को उनके प्रदर्शन के आधार पर प्रदान किए जाते हैं। जबकि, सांसद महा रत्न पुरस्कार लोकसभा के कार्यकाल के दौरान प्रदर्शन में निरंतरता के लिए पांच साल में एक बार दिए जाते हैं। इसके आयोजकों ने रविवार यानी 7 दिसंबर को इसका ऐलान किया।

भाजपा के सुकांत मजूमदार और शिवसेना के श्रीकांत एकनाथ शिंदे सहित पांच लोकसभा सांसदों को इस साल संसद रत्न पुरस्कार से नवाजा जाएगा। इसके अलवा भाजपा के सुधीर गुप्ता, राकांपा के अमोल रामसिंग कोल्हे और कांग्रेस के कुलदीप राय शर्मा तीन सांसद हैं, जिन्हें 17 फरवरी को दिल्ली में एक समारोह में पुरस्कार प्रदान करने के लिए चुना गया है।

इन सांसदो को चुना गया सम्मान के लिए

संसद रत्न पुरस्कार समिति के चेयर मैन और प्राइम प्वाइंट फाउंडेशन के न्यासी सचिव प्रियदर्शनी राहुल ने जानकारी दी कि एनके प्रेमचंद्रन (आरएसपी, केरल), अधीर रंजन चौधरी (कांग्रेस, पश्चिम बंगाल), बिद्युत बरन महतो (भाजपा, झारखंड) और हीना विजयकुमार गावित (भाजपा, महाराष्ट्र) को 17वीं लोकसभा के लिए संसद महारत्न पुरस्कार के लिए चुना गया है।

कैसे होता सांसदों का चयन

चेन्नई स्थित गैर-लाभकारी चैरिटेबल ट्रस्ट प्राइम प्वाइंट फाउंडेशन ने भारत के पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के निवेदन पर इन सम्मानों की स्थापना की। जिन्होंने खुद 2010 में चेन्नई में पहले पुरस्कार समारोह का शिलान्यास किया था। प्रदर्शन के आंकड़े लोकसभा और राज्यसभा की वेबसाइट और पीआरएस लेजिस्लेटिव रिसर्च से जुटाए गए हैं। बता दें कि यह भारत में शीर्ष प्रदर्शन करने वाले सांसदों को सम्मानित करने के लिए नागरिक समाज द्वारा प्रस्तुत किया जाने वाला एकमात्र सम्मान है।

चयन समिति में कौन – कौन

प्राइम प्वाइंट फाउंडेशन के संस्थापक और अध्यक्ष के श्रीनिवासन ने बताया कि ये पुरस्कार प्रदर्शन पर आधारित हैं। जिसमें, कानून और संसदीय मामलों के राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और भारत के पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त टीएस कृष्णमूर्ति की अध्यक्षता वाली एक प्रतिष्ठित जूरी कमेटी द्वारा नामांकित लोगों को चुना जाता है।

Advertisement