नई दिल्ली: भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) को खेल मंत्रालय ने 24 दिसंबर को निलंबित कर दिया था. मंत्रालय ने इसे राष्ट्रीय खेल संहिता और डब्ल्यूएफआई संविधान के उल्लंघन का हवाला देते निलंबित किया था. अब WFI के पूर्व अध्यक्ष और बीजेपी के सांसद बृजभूषण सिंह के करीबी संजय सिंह (Sanjay Singh) ने कहा है कि […]
नई दिल्ली: भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) को खेल मंत्रालय ने 24 दिसंबर को निलंबित कर दिया था. मंत्रालय ने इसे राष्ट्रीय खेल संहिता और डब्ल्यूएफआई संविधान के उल्लंघन का हवाला देते निलंबित किया था. अब WFI के पूर्व अध्यक्ष और बीजेपी के सांसद बृजभूषण सिंह के करीबी संजय सिंह (Sanjay Singh) ने कहा है कि भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) खेल मंत्रालय की तरफ से लगाए निलंबन को कोर्ट में चुनौती देगा.
बीजेपी के सांसद बृजभूषण सिंह के करीबी संजय सिंह (Sanjay Singh) ने कहा है कि हम अगले हफ्ते खेल मंत्रालय की तरफ से लगाए निलंबन को कोर्ट में चुनौती देंगे. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आगे की रणनीति पर चर्चा के लिए 16 जनवरी को कार्यकारी समिति की बैठक बुलाई गई है. उन्होंने कहा कि हमें सुचारू रूप से काम करने वाले महासंघ की जरूरत है. संजय ने कहा कि हमें यह निलंबन स्वीकार्य नहीं है क्योंकि हमारा चुनाव लोकतांत्रिक तरीके से हुआ था. इसके अलावा संजय ने यह भी कहा कि संघ भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) द्वारा गठित तदर्थ पैनल को भी मान्यता नहीं देता है.
मालूम हो कि 21 दिसंबर को भारतीय कुश्ती महासंघ के चुनाव के रिजल्ट आए थे. इसमें बृजभूषण सिंह के करीबी संजय सिंह ने बड़ी जीत हासिल की थी. पर इसके बाद पहलवान बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट ने संजय सिंह को अध्यक्ष चुने जाने पर कड़ी आपत्ति जताई. इसी के 3 दिन बाद यानी 24 दिसंबर को खेल मंत्रालय ने संघ को निलंबित कर दिया और एक 3 सदस्यीय तदर्थ पैनल बनाया.
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