मुंबई : रविवार को महाराष्ट्र की पूरी राजनीति पलट गई है जहां एनसीपी नेता और विपक्ष का चेहरा रहे अजित पवार ने समर्थक विधायकों के साथ शिंदे गुट में मिलान कर लिया है. बताया जा रहा है कि उनके साथ 25 से अधिक विधायक हैं जिन्होंने अब विपक्ष में उद्धव गुट के साथ बैठी NCP […]
मुंबई : रविवार को महाराष्ट्र की पूरी राजनीति पलट गई है जहां एनसीपी नेता और विपक्ष का चेहरा रहे अजित पवार ने समर्थक विधायकों के साथ शिंदे गुट में मिलान कर लिया है. बताया जा रहा है कि उनके साथ 25 से अधिक विधायक हैं जिन्होंने अब विपक्ष में उद्धव गुट के साथ बैठी NCP से बगावत कर ली है. अब अजित पवार महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम बन गए हैं जहां एनसीपी नेता छगन भुजबल ने भी मंत्री पद की शपथ ली है.
भाजपा ज्यांना तुरुंगात पाठवायला निघाले होते.
त्यांनाच मंत्री पदाची शपथ देत आहे.. https://t.co/L42b0t0Nyh— Sanjay Raut (@rautsanjay61) July 2, 2023
अब इस सियासी बवाल पर उद्धव गुट के नेता संजय राउत का भी बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा है कि कुछ लोगों ने भी महारष्ट्र की राजनीति को साफ़ करने का बीड़ा उठाया है. उन्हें अपने अपने तरीके से चलने दो. मेरी अभी शरद पवार जी से बात हुई है. उन्होंने कहा, ‘मैं मजबूत हूं. हमें लोगों का समर्थन प्राप्त है. हम उद्धव ठाकरे के साथ फिर से सब कुछ पुनर्निर्माण करेंगे.’ उन्होंने आगे कहा कि इस गेम को अधिक दिनों के लिए बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
गौरतलब है कि अजित पवार उद्धव गुट के कई विधायकों को साथ लेकर गए हैं जिनमें से 9 विधायकों ने उन्हीं के साथ राजभवन में मंत्री पद की शपथ ली है. इन 9 विधायकों में धर्मराव अत्राम, सुनील वलसाड, अदिति तटकरे, हसन मुश्रीफ, छगन भुजबल, धनंजय मुंडे, अनिल पाटिल, दिलीप वलसे पाटिल और अजित पवार का नाम शामिल है.
पुणे में मौजूद शरद पवार से NCP के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने फोन पर बातचीत की है. उन्होंने महारष्ट्र में हो रहे राजनीतिक घटनाक्रम पर नजर रखते हुए, फिलहाल के लिए पुणे में रहने का फैसला लिया है. इसके अलावा शरद पवार ने अपने सभी निर्धारित कार्यक्रम कथित तौर पर रद्द कर दिए हैं. बताया जा रहा है कि अजित पावर के साथ इस समय NCP के 53 में से 18 विधायकों का समर्थन है. कहा तो ये भी जा रहा था कि उनके पास 29 से अधिक विधायक हैं.