नई दिल्लीः पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में महिलाओं की ओर से यौन उत्पीड़न और बलात्कार के आरोप लगाए जाने के बाद से लापता टीएमसी के एक ब्लॉक अध्यक्ष को अरेस्ट कर लिया गया है। राज्य के डीजीपी राजीव कुमार ने शनिवार को बताया कि शिबू प्रसाद हाजरा को शनिवार को गिरफ्तार किया गया और मामले […]
नई दिल्लीः पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में महिलाओं की ओर से यौन उत्पीड़न और बलात्कार के आरोप लगाए जाने के बाद से लापता टीएमसी के एक ब्लॉक अध्यक्ष को अरेस्ट कर लिया गया है। राज्य के डीजीपी राजीव कुमार ने शनिवार को बताया कि शिबू प्रसाद हाजरा को शनिवार को गिरफ्तार किया गया और मामले में बलात्कार की धाराएं जोड़ी गई हैं। इस बीच, मामले में पीड़ितों की सहायता के लिए राजभवन की ओर से हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है।
संदेशखाली मामला सामने आने के बाद राज्य और देश स्तर पर राजनीतिक तूफान जारी है। विपक्ष और सत्तारूढ़ पार्टी आरोप-प्रत्यारोप करने लगे हैं। इस बीच भाजपा और कांग्रेस के नेताओं को शुक्रवार को गांव का दौरा करने से रोक दिया गया था। पश्चिम बंगाल के संदेशखाली की घटना पर राज्य के डीजीपी राजीव कुमार ने बताया है कि एक महिला ने मजिस्ट्रेट के सामने बयान दिया है। हमने इसका संज्ञान लिया है। सभी दोषियों को न्याय के कटघरे में लाएंगे, चाहे वह कोई भी हो। हम क्षेत्रवार स्थिति की समीक्षा करेंगे और एक-दो दिन में हम धारा 144 हटा देंगे।
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने शनिवार यानी 17 फरवरी को कहा कि राजभवन के दरवाजे पीड़ित संदेशखली की महिलाओं के लिए खुले हैं जो अपने घरों में असुरक्षित महसूस करती हैं। संदेशखली में खुद को राखी भाई मानने वाले बोस ने पीड़ितों की रक्षा के लिए अपनी शक्ति में सब कुछ करने की ठानी है। उन्होंने आश्वासन दिया कि उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखली की “प्रताड़ित” महिलाएं राजभवन में आ कर रह सकती हैं। जहां उन्हें आश्रय, भोजन और सुरक्षा दी जाएगी।
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