Sambit Patra Attacks Arvind Kejriwal: एलजी अनिल बैजल बनाम दिल्ली सरकार के पावर वॉर मामले में सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को अफसरों की पोस्टिंग और ट्रांसफर का मामला बड़ी बेंच को ट्रांसफर कर दिया. वहीं एंटी करप्शन ब्यूरो को केंद्र सरकार के अधीन बताया. सर्विसेज के मामले पर जस्टिस एके सीकरी और जस्टिस अशोक भूषण की राय अलग-अलग रही.
नई दिल्ली. एलजी अनिल बैजल बनाम दिल्ली सरकार मामले में सुप्रीम कोर्ट पर अरविंद केजरीवाल के बयान के बाद बीजेपी ने मुख्यमंत्री पर जमकर हमला बोला. दिल्ली स्थित बीजेपी हेडक्वॉटर्स में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में पार्टी प्रवक्ता संबित पात्रा ने केजरीवाल को अराजकतावादी बनाया. उन्होंने बयान में कहा, ”जनता द्वारा चुना हुआ मुख्यमंत्री शीर्ष अदालत के लिए इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल कर रहा है. वह हमेशा से अराजकतावादी रहे हैं, जो संविधान को ताक पर रखकर नियमों से खिलवाड़ करते हैं. पात्रा ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले से तिममिलाए केजरीवाल ने फैसले की अवमानना की है. इससे पहले दिल्ली के सीएम ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को असंवैधानिक बताते हुए कहा था कि यह दिल्ली की जनता के खिलाफ है.
पात्रा ने कहा कि हम केजरीवाल के खिलाफ अवमानना का केस दायर करने पर विचार कर रहे हैं. उन्होंने कहा, दिल्ली की जनता को सुप्रीम कोर्ट पर हमला करने के लिए अरविंद केजरीवाल उकसा रहे हैं. एक तरह दिल्ली के सीएम कहते हैं कि चार साल उन्होंने बेहतरीन सरकार चलाई वहीं दूसरी ओर बोलते हैं कि उन्हें केंद्र और कोर्ट काम नहीं करने दे रहे.
S Patra on Delhi CM's press conference on SC's verdict on Delhi govt vs LG matter: We can't believe a democratically elected CM can use this type of language for Supreme Court. He has always been an anarchist; tampering with rules while putting constitution at stake is his method pic.twitter.com/l7FO2ixZye
— ANI (@ANI) February 14, 2019
क्या मोदी जी की मर्ज़ी के ख़िलाफ़ सुप्रीम कोर्ट निर्णय नही देता? राफ़ेल में खुला भ्रष्टाचार हुआ केन्द्र सरकार ने SC में झूठ बोला पर SC ख़ामोश ? CBI पर SC ने निर्णय दिया या मज़ाक़ किया? दिल्ली की करोड़ों जनता की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया सुप्रीम कोर्ट है या नायब तहसीलदार कोर्ट?
— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) February 14, 2019
बीजेपी राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि केजरीवाल को दोबारा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सुप्रीम कोर्ट से माफी मांगनी चाहिए. उन्होंने कोर्ट के खिलाफ जंग का ऐलान किया है. ममता बनर्जी, राहुल गांधी और शरद पवार जैसे नेता चुप क्यों हैं. पात्रा ने आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह के ट्वीट पर भी सवाल खड़े किए, जिन्होंने लिखा था कि क्या सुप्रीम कोर्ट नरेंद्र मोदी की मर्जी पर फैसले देता है.