उत्तर प्रदेश, समाज वादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी
लखनऊ. यूपी की दो लोकसभा सीटों पर उपचुनाव में बीएसपी और सपा के गठबंधन को खासी सफलता मिली थी. एसपी-बीएसपी गठबंधन को मिली सफलता के बाद उत्तर प्रदेश से नए राजनीतिक समीकरणों के संकेत मिलने शुरू हो गए हैं. समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने लोकसभा चुनाव 2019 में बसपा के ज्यादा सीटों पर लड़ने के संकेत दिए हैं. अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सपा और बसपा के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर कोई विवाद नहीं खड़ा होगा.
अखिलेश यादव ने संकेत देते हुए कहा कि एसपी-बीएसपी का गठबंधन बीजेपी को उत्तर प्रदेश से ही नहीं, बल्कि राष्ट्रीय राजनीति से भी बाहर कर देगा. अखिलेश ने कहा कि सपा-बसपा गठजोड़ को प्रभावी और मजबूत बनाने के लिए वह बीएसपी को ज्यादा सीटें देने को तैयार हैं. बता दें कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी फेडरल फ्रंट को आकार देने की रणनीति के तहत उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु और तेलंगाना का दौरा करने की तैयारी में हैं.
सूत्रों के अनुसार 2019 के लोकसभा चुनावों में सपा बसपा को अपने से अधिक सीटें देकर खुद 30 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है, जबकि बसपा को 35 सीटों पर लड़ने के लिए राजी किया जा सकता है. बाकी 15 सीटें अन्य दलों के लिए छोड़ी जाएंगी, जिनमें कांग्रेस व रालोद भी शामिल हो सकता है. वहीं ये भी कहा जा रहा है कि सीट बंटवारे का आधार 2014 के चुनाव परिणाम बनेंगे. मोटे तौर पर 2014 में जीती हुई सीटों के अलावा जो दल जिस सीट पर दूसरे नंबर पर रहा है, वहां उसकी दावेदारी रहेगी.
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