नई दिल्ली: 28 मई की रात दिल्ली के शाहबाद डेरी इलाके में हुए वीभत्स साक्षी हत्याकांड में रोज़ कुछ न कुछ नया खुलासा हो रहा है. अब तक इस हत्याकांड में कई किरदार सामने आ चुके हैं. दूसरी ओर हत्यारोपी साहिल को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. साहिल ने भी दिल्ली पुलिस के […]
नई दिल्ली: 28 मई की रात दिल्ली के शाहबाद डेरी इलाके में हुए वीभत्स साक्षी हत्याकांड में रोज़ कुछ न कुछ नया खुलासा हो रहा है. अब तक इस हत्याकांड में कई किरदार सामने आ चुके हैं. दूसरी ओर हत्यारोपी साहिल को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. साहिल ने भी दिल्ली पुलिस के सामने अपना गुनाह कबूल कर लिया है. इस पूरे हत्याकांड को लेकर धार्मिक एंगल से भी जांच की जा रही है. इसी कड़ी में AIMIM से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने साक्षी मर्डर केस में प्रतिक्रिया दी है.
ओवैसी ने एक समाचार चैनल से बात करते हुए कहा कि देश की हकीकत ये है कि बहुसंख्यक नफरत का एजेंडा चलाया जा रहा है जिसे बीजेपी बढ़ावा दे रही है. उन्होंने आगे कहा कि मूसलमानों को पहले से अधिक अलग-थलग और हाशिए पर पहुंचा दिया गया है. साक्षी की हत्या और लव जिहाद से जुड़े सवाल पर ओवैसी कहते हैं कि आप लव जिहाद की बात कर रहे हैं और केरल का एक केस सुप्रीम कोर्ट में गया था जहां सभी थ्योरीज धरी की धरी रह गई और केस गलत साबित हो गया. उन्होंने आगे सवाल किया कि क्या मुझे पूरे हिंदू समुदाय को बदनाम करना चाहिए क्योंकि गोडसे ने गांधी को मारा था?
ओवैसी आगे कहते हैं कि क्या मुझे उस समुदाय को बदनाम करना चाहिए जिनके लोगों ने पूर्व पीएम इंदिरा गांधी और राजीव गांधी को मारा था? AIMIM चीफ ने आगे कहा कि देश में किसी भी तरह की हिंसा की आलोचना होनी चाहिए. दिल्ली में जो उस लड़की के साथ हुआ वो निंदनीय है. वो वीडियो मैंने भी देखा और मैं बहुत दुखी हुआ. लेकिन इस घटना को धार्मिक रंग देना गलत है. ओवैसी ने समाचार चैनल से बात करते हुए आगे कहा कि जो जुल्म महिलाओं के खिलाफ होता है उसकी निंदा करनी चाहिए. लेकिन अगर इसे एंगल देंगे तो आजमगढ़ में प्रिंस ने जो सिर काटा था उसे क्या कहा जाएगा.
कांग्रेस हाईकमान की राजस्थान में सुलह की कोशिश नाकाम! पायलट बोले- मांगों से कोई समझौता नहीं