नई दिल्ली: भारतीय कुश्ती संघ (WFI) में पिछले एक साल से विवाद जारी है. साक्षी मलिक, बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट जैसे दिग्गज पहलवानों ने कुश्ती के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है. इस बीच बुधवार को 100 से ज्यादा जूनियर रेसलर्स दिल्ली के जंतर-मंतर पहुंचे और विरोध-प्रदर्शन किया. इन […]
नई दिल्ली: भारतीय कुश्ती संघ (WFI) में पिछले एक साल से विवाद जारी है. साक्षी मलिक, बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट जैसे दिग्गज पहलवानों ने कुश्ती के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है. इस बीच बुधवार को 100 से ज्यादा जूनियर रेसलर्स दिल्ली के जंतर-मंतर पहुंचे और विरोध-प्रदर्शन किया. इन पहलवानों ने आरोप लगाया है कि साक्षी मलिक, बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट ने उनके करियर का एक महत्वपूर्ण साल बर्बाद कर दिया.
बता दें कि अपनी मांगों को लेकर जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करने के लिए देशभर से जूनियर पहलवान आज दिल्ली पहुंचे. उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली के अलग-अलग इलाकों के जूनियर पहलवान बसों में सवार होकर जंतर-मंतर आए. बताया जा रहा है कि उनके प्रदर्शन के बारे में दिल्ली पुलिस को भी कोई जानकारी नहीं थी. प्रदर्शन कर रहे इन जूनियर पहलवानों ने केंद्र सरकार से मांग की कि वो भारतीय कुश्ती संघ के निलंबन के फैसले को वापस ले.
जंतर-मंतर पर धरना दे रहे इन जूनियर पहलवानों और उनके कोचों ने कहा है कि अगर केंद्र सरकार ने कुश्ती संघ को बहाल नहीं किया जाता तो वे अपने अवॉर्ड वापस कर देंगे. बता दें कि इससे पहले 2023 में साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया ने भी जंतर-मंतर पर धरना दिया था. उन्होंने उस वक्त कुश्ती संघ के अध्यक्ष रहे बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण का आरोप लगाया था. पहलवान बृजभूषण पर केस दर्ज कराने के लिए सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए थे. जिसके बाद बीजेपी सांसद पर एफआईआर दर्ज की गई थी.
गौरतलब है कि 21 दिसंबर 2023 को भारतीय कुश्ती संघ में पदाधिकारियों का चुनाव हुआ था. इस चुनाव में बृजभूषण शरण सिंह के करीबी माने जाने वाले संजय सिंह को अध्यक्ष पद पर जीत मिली थी. संजय सिंह के WFI अध्यक्ष बनने के बाद साक्षी मलिक ने कुश्ती से संन्यास लेने की घोषणा कर दी थी. इसके बाद बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट ने अपने पदक लौटा दिए थे. फिर 24 दिसंबर को खेल मंत्रालय ने नए अध्यक्ष समेत पूरे कुश्ती संघ को निलंबित कर दिया.