Sajjan Kumar convicted 1984 Anti Sikh Riots: सज्जन कुमार को मिली सजा पर बीजेपी बोली- समाज जिसे दोषी मानता है उसे सीएम बना रही है कांग्रेस

Sajjan Kumar convicted 1984 Anti Sikh Riots: 1984 में हुए सिख दंगों के दौरान कई लोगों की हत्या की गई. इस हत्याकांड में आरोपियों को आज दोषी करार देते हुए दिल्ली हाई कोर्ट ने अपना फैसला सुना दिया है. दोषियों को उम्र कैद की सजा दी गई है. कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को मिली सजा के बाद शिरोमणि अकाली दल के नेताओं ने इसे इंसाफ करार दिया है और साथ ही कांग्रेस पर सीधा निशाना साधा है.

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Sajjan Kumar convicted 1984 Anti Sikh Riots: सज्जन कुमार को मिली सजा पर बीजेपी बोली- समाज जिसे दोषी मानता है उसे सीएम बना रही है कांग्रेस

Aanchal Pandey

  • December 17, 2018 12:53 pm Asia/KolkataIST, Updated 6 years ago

नई दिल्ली. आज दिल्ली हाई कोर्ट ने सिख दंगों में शामिल लोगों को दोषी करार देते हुए सजा सुना दी है. निचली अदालत के फैसले को पलटते हुए दिल्ली हाई कोर्ट ने दोषियों को उम्र कैद की सजा सुनाई है. कांग्रेस नेता सज्जन कुमार समेत कैप्टन भागमल, गिरधारी लाल और कांग्रेस के पूर्व वकील बलवान खोखर को उम्र कैद की सजा दी गई और विधायक महेंद्र यादव की सजा बढ़ाकर तीन साल से दस साल कर दी गई है. इसी के बाद इस मामले में दोषियों को सजा दिलवाने के लिए लड़ रहे सिख समुदाय के लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया दे दी है.

सिख समुदाय के शिरोमणि अकाली दल के नेताओं ने इस फैसले को इंसाफ बताया है. शिरोमणि अकाली दल प्रमुख ने इस फैसले पर बयान देते हुए कहा, ‘सिखों को लक्षित करने और नरसंहार करने की कांग्रेस की साजिश का अंत दिल्ली हाई कोर्ट के 1984 सिख दंगे मामले में गांधी परिवार के दाहिने हाथ सज्जन कुमार को दोषी ठहराए जाने से हो गया है. यह एसआईटी बनाने की पीएम मोदी की पहल का सीधा परिणाम है, जिसने पीड़ितों को न्याय सुनिश्चित करने के लिए 1984 मामलों को फिर से खोल दिया.

वहीं भारतीय जनता पार्टी दिल्ली के प्रवक्ता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा ने सिख दंगों के आरोपी कमलनाथ के खिलाफ अनशन जारी कर दिया है. शिरोमणि अकाली दल के नेता मंजिंदर सिंह सिरसा ने कहा, ‘हम कोर्ट को हमें इंसाफ देने के लिए धन्यवाद करते हैं. हमारी लड़ाई तब तक चलेगी जब तक सज्जन कुमार और जगदिश टाइटलर को मौत की सजा नहीं होती और गांधी परिवार को कोर्ट में घसीट कर जेल में नहीं डाला जाता.’ मंजिंदर सिंह सिरसा ने एचएस फुलका के साथ फैसला आने के बाद दिल्ली हाई कोर्ट के बाहर जश्न मनाया.

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सज्जन कुमार को दी गई सजा पर कहा, ‘दिल्ली हाई कोर्ट के फैसले का स्वागत है. जो लोग इस नरसंहार के गवाह रहे उन्होंने देखा की ये सबसे भयावह नरसंहार था. कांग्रेस सरकार उस समय में इसे छिपाने में ही लगी रही. अब इसी की हार हो गई है. सज्जन कुमार 1984 में हुए सिख दंगों का प्रतीक ता. अब इसका सिख दंगों की तलवार कांग्रेस और गांधी परिवार की गर्दन पर लटकी है.’ साथ ही अरुण जेटली ने सिख दंगे के आरोपी कमलनाथ के मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने पर कहा, ‘ये विडंबना है कि ये फैसला उस दिन आया की जब सिख समाज जिस दूसरे नेता को दोषी मानता है कांग्रेस उसे मुख्यमंत्री की शपथ दिला रही है.’

वहीं कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘अरुण जेटली जी आप से यह उम्मीद नहीं थी. कमल नाथ जी पर ना तो इस प्रकरण में कोई एफआईआर है ना चार्जशीट है ना किसी अदालत में कोई प्रकरण है. 91 से केंद्र में मंत्री रहे तब आपको कोई आपत्ति नहीं थी अब आप को क्या हो गया?’

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