नई दिल्लीः साहित्य अकादमी ने बुधवार को साहित्य अकादमी पुरस्कार-2023 का एलान किया। हिंदी के लिए संजीव का उपन्यास ’मुझे पहचानो’ तो अंग्रेजी के लिए नीलम शरण गौर का उपन्यास ‘’रेक्युम इन रागा जानकी’’ चयनित हुआ है। वहीं, पंजाबी के लिए स्वर्णजीत सवी का कविता संग्रह ‘’मन दी चिप’’ और उर्दू के लिए सादिका नवाब […]
नई दिल्लीः साहित्य अकादमी ने बुधवार को साहित्य अकादमी पुरस्कार-2023 का एलान किया। हिंदी के लिए संजीव का उपन्यास ’मुझे पहचानो’ तो अंग्रेजी के लिए नीलम शरण गौर का उपन्यास ‘’रेक्युम इन रागा जानकी’’ चयनित हुआ है। वहीं, पंजाबी के लिए स्वर्णजीत सवी का कविता संग्रह ‘’मन दी चिप’’ और उर्दू के लिए सादिका नवाब सहर का उपन्यास ‘’राजदेव की अमराई’’ पुरस्कृत किए गए हैं। यह पुरस्कार साहित्य अकादमी पुरस्कार-2022 से पिछले पांच वर्षों में पहली बार प्रकाशित पुस्तकों पर दिए गए हैं। इन्हें सभी संबंधित भाषाओं के त्रि-सदस्यीय निर्णायक मंडल ने चुना हैै।
पुरस्कार का एलान करते हुए अकादमी के सचिव डॉ. के श्रीनिवास राव ने जानकारी दी कि यह पुरस्कार मान्यता प्राप्त सभी 24 भारतीय भाषाओं में दिया जाएगा। इसमें नौ कविता संग्रह, छह उपन्यास, पांच कहानी संग्रह, तीन निबंध और एक आलोचना की पुस्तक शामिल है। साथ ही, उन्होंने बताया कि यह पुरस्कार 12 मार्च, 2024 को साहित्य अकादमी के 70 साल पूरे होने के मौके पर दिए जाएंगे।
विजय वर्मा (डोगरी), विनोद जोशी (गुजराती), मंशूर बनिहाली (कश्मीरी), सोरोख्खैबम गंभिनी (मणिपुरी), आशुतोष परिडा (ओड़िया), स्वर्णजीत सवी (पंजाबी), गजेसिंह राजपुरोहित (राजस्थानी), अरुण रंजन मिश्र (संस्कृत), विनोद आसुदानी (सिंधी)। उपन्यास के लिए पुरस्कृत लेखक, स्वपनमय चक्रबर्ती (बाङ्ला), कृष्णात खोत (मराठी), राजशेखरन (देवीभारती)।
प्रणव ज्योति डेका (असमिया), नंदेश्वर दैमारि (बोडो), प्रकाश एस पर्येंकार (कोंकणी), तारासीन बासकी (तुरिया चंद बासकी) (संताली), टी पतंजलि शास्त्री (तेलुगु)। निबंध के लिए सम्मानित लेखक, लक्ष्मीशा तोल्पडि (कन्नड़), बासुकीनाथ झा (मैथिली), युद्धवीर राणा (नेपाली)। आलोचना के लिए मलयालम लेखक ईवी रामकृष्णन पुरुस्कृत होंगे।