प्रयागराज: शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में हुए उमेश पाल दोहरे हत्याकांड में आरोपी सदाकत खान को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. बता दें, सदाकत खान पेशे से हाई कोर्ट का वकील है जिसकी उम्र 25 साल है. हत्याकांड का मुख्य आरोपी है जिसके हॉस्टल में इस पूरे हत्याकांड […]
प्रयागराज: शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में हुए उमेश पाल दोहरे हत्याकांड में आरोपी सदाकत खान को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. बता दें, सदाकत खान पेशे से हाई कोर्ट का वकील है जिसकी उम्र 25 साल है. हत्याकांड का मुख्य आरोपी है जिसके हॉस्टल में इस पूरे हत्याकांड की प्लानिंग की गई थी. उसने अपने हॉस्टल को सभी शूटरों और हत्यारों के लिए मीटिंग का अड्डा बनाया था. अब सदाकत खान को कोर्ट ने 14 दिन की कस्टडी में भेज दिया है.
इस हत्याकांड में सबसे पहले नाम आता है गुजरात की साबरमती जेल में बंद अतीक अहमद का. फूलपुर लोकसभा सीट से पूर्व सांसद और माफिया अतीक अहमद का जुर्म की दुनिया से पुराना नाता है. जरायम की दुनिया से निकलकर उसने सियासत में हाथ आजमाया था. दिवंगत बसपा विधायक राजू पाल की हत्या में अतीक अहमद मुख्य आरोपी था. दूसरी ओर राजू पाल की पत्नी पूजा पाल का चचेरा भाई उमेश पाल इस हत्याकांड का मुख्य गवाह था जिसके सनसनीखेज मर्डर से इस समय पूरे सूबे में हलचल है. बताया जा रहा है कि इससे पहले भी अतीक अहमद ने उमेश पाल का अपहरण किया था. वह कई बार उमेश पाल को अपना बयान बदलने के लिए मजबूर कर चुका है. उमेश पाल उसपर कई बार मुकदमा भी दर्ज़ करवा चुके थे.
इस दोहरे हत्याकांड का दूसरा अहम किरदार है अशरफ अहमद जो अतीक अहमद का छोटा भाई है. अशरफ भी इस समय जेल में बंद है. उसपर बरेली जेल से उमेश पाल के हत्यकांड की साजिश रचनी का आरोप है. शूटरों का नाम और पूरा प्लान जेल में अशरफ ने बैठे-बैठे बनाया था. रेली के डीएम-एसएसपी ने अशरफ की बैरक समेत पूरी जेल की तलाशी भी ली है. इसके अलावा र अशरफ से मिलने वालों की जांच के आदेश भी दिए हैं. भले ही अतीक इस हत्याकांड का मास्टरमाइंड था लेकिन अशरफ ने पूरा प्लान तैयार किया था.
गिरफ्तार षड्यंत्रकारी का नाम सदाकत (25) बताया जा रहा है जो पेशे से इलाहाबाद हाई कोर्ट का वकील है। पूछताछ में पता चला है कि हाई कोर्ट में वकालत की प्रैक्टिस से अधिक वह अपराधियों के साथ उठता बैठता है. इस हत्याकांड की योजना को अंतिम रूप दिए जाने के दौरान सदाकत के कमरे पर ही दूसरे दौर की बैठक हुई थीं. यह कमरा उसके प्रयागराज स्थित मुस्लिम हॉस्टल में है.
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