नई दिल्ली: शनिवार यानी 9 दिसंबर को विदेश मंत्रा एस जयशंकर (S Jaishankar On Gujaratis) दुबई में भारतीय छात्रों और युवा पेशेवरों के साथ संवाद कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि उन्हें गुजरातियों के साथ रहना पसंद है क्योंकि यह उन्हें स्वाभाविक लगता है। उन्होंने यह भी कहा कि वे बाकी राज्यों को […]
नई दिल्ली: शनिवार यानी 9 दिसंबर को विदेश मंत्रा एस जयशंकर (S Jaishankar On Gujaratis) दुबई में भारतीय छात्रों और युवा पेशेवरों के साथ संवाद कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि उन्हें गुजरातियों के साथ रहना पसंद है क्योंकि यह उन्हें स्वाभाविक लगता है। उन्होंने यह भी कहा कि वे बाकी राज्यों को मुकाबले गुजरात ज्यादा जाते हैं। जानकारी हो कि विदेश मंत्री गुजरात से ही राज्यसभा सांसद हैं।
विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar On Gujaratis) ने भारतीय छात्रों और युवा पेशेवरों के साथ संवाद के दौरान कहा कि मुझे यह पसंद है और मेरे लिए यह काफी दिलचस्प भी है। भारत में हर किसी के कुछ दोस्त देश के विभिन्न हिस्सों से होते हैं। बड़े होते हुए मेरे जीवन के अलग-अलग चरणों में हमारे पास किसी न किसी तरह से गुजरात के परिवार थे, जिनके साथ हमारे संबंध थे। लेकिन जब मैं राज्यसभा चुनाव के लिए वहां (गुजरात) गया, उसके बाद से मैं जाहिर तौर पर भारत के किसी भी अन्य राज्य की तुलना में वहां अधिक बार जाता हूं। विदेश मंत्री ने कहा कि उन्हें यह बहुत स्वाभाविक लगता है।
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एस जयशंकर ने कहा कि गुजराती शायद सभी भारतीयों में सबसे अधिक वैश्विक हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उनमें (गुजरातियों) एक निश्चित आत्मविश्वास और रवैया है। उनका मानना है कि गुजरातियों के बीच एक बहुत मजबूत सामुदायिक भावना है। आगे उन्होंने कहा कि विदेश मंत्री का चुनाव भी गुजरात राज्य द्वारा किया जाना चाहिए।