नई दिल्ली: देश के लिए परेशान करने वाली खबर सामने आ रही है जहां, भारत की मुद्रा यानि कि रुपया में अब तक की सबसे बड़ी गिरावट दर्ज़ की गई है. बता दें कि बीते कुछ दिनों से भारतीय करेंसी की वैल्यू में गिरावट आई है. आज इंटरबैंक फॉरेक्स एक्सचेंज के कारोबार में रुपया शुरूआती […]
नई दिल्ली: देश के लिए परेशान करने वाली खबर सामने आ रही है जहां, भारत की मुद्रा यानि कि रुपया में अब तक की सबसे बड़ी गिरावट दर्ज़ की गई है. बता दें कि बीते कुछ दिनों से भारतीय करेंसी की वैल्यू में गिरावट आई है. आज इंटरबैंक फॉरेक्स एक्सचेंज के कारोबार में रुपया शुरूआती समय में ही 50 पैसे से ज्यादा गिर गया यही वजह रही कि कारोबार बंद होने तक रुपया कमज़ोर होकर इतिहास के सबसे निचले रिकॉर्ड पर बंद हुआ.
आज डॉलर के मुकाबले अब तक के सबसे निचले स्तर पर भारतीय मुद्रा रही. आज यानी सोमवार को रुपया डॉलर के मुकाबले कल की तुलना में 56 पैसे गिरकर 77.17 रुपए हो गया. बता दें कि आज रुपया इतिहास के सबसे निचले स्तर पर रहा है. इससे पहले के आंकड़ों पर गौर करें तो रुपये ने बीते महीने ही मार्च में 76.98 प्रति डॉलर तक गिरकर धराशाही होने का रिकॉर्ड था.
रुपया के धराशाही होने से आम आदमी पर भी इसका असर पड़ेगा. बता दें कि इसका सबसे अधिक असर उन राज्यों और क्षेत्रों पर होगा, जहां आयात मुख्य प्रक्रिया है. दूसरी और कच्चे तेल की बात करें तो जैसा कि हम जानते हैं कि भारत अपनी सभी व्यावसायिक व अन्य ज़रूरतों को पूरा करने के लिए 80 फीसदी तेल का आयत करता है. ऐसे में इसका सीधा असर आम आदमी की जेब पर पड़ने वाला है. वहीं, उर्वरक और रसायन का भी भारत बड़ा आयतक है और अब जब रुपया कमजोर हो रहा है तो ये वस्तुएं महंगी हो जाएगी. इसके अलावा आभूषणों और इलेक्ट्रॉनिक सामान भी महंगे हो जाएं.