दिल्ली एमसीडी मेयर चुनाव में हंगामा, भाजपा नेताओं ने लगाए जय श्री राम के नारे

नई दिल्ली। दिल्ली के मेयर, डिप्टी मेयर और स्थायी समिति के सदस्यों के चुनावों की प्रक्रिया एमसीडी के सिविक सेंटर में शुरू हो चुकी है। चुनावों की प्रक्रिया को आगे बढ़ाते हुए सबसे पहले 10 मनोनीत सदस्यों को शपथ दिलाई गई। इस दौरान भाजपा के नेताओं ने “जय श्री राम” और “भारत माता की जय” […]

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दिल्ली एमसीडी मेयर चुनाव में हंगामा, भाजपा नेताओं ने लगाए जय श्री राम के नारे

Vikas Rana

  • January 24, 2023 1:33 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली। दिल्ली के मेयर, डिप्टी मेयर और स्थायी समिति के सदस्यों के चुनावों की प्रक्रिया एमसीडी के सिविक सेंटर में शुरू हो चुकी है। चुनावों की प्रक्रिया को आगे बढ़ाते हुए सबसे पहले 10 मनोनीत सदस्यों को शपथ दिलाई गई। इस दौरान भाजपा के नेताओं ने “जय श्री राम” और “भारत माता की जय” के नारे भी लगाए।

मेयर भाजपा का ही बनेगा

इसी बीच भाजपा सांसद हंसराज हंस ने दावा किया है कि एमसीडी में मेयर भाजपा का ही बनेगा। बता दें, चुनावों में आप की तरफ से महापौर पद के लिए शैली ओबेरॉय और भाजपा ने रेखा गुप्ता को मैदान में उतारा है। ऐसे में राजधानी को एक महिला मेयर मिलना तय है। एमसीडी चुनाव के बाद सदन की पहली बैठक 6 जनवरी को हुई थी।

चुनाव के दौरान हंगामे के आसार को देखते हुए सिविक सेंटर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए है। आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने सदन के भीतर पैरा फोर्सस की तैनाती को लेकर विरोध जताया उनका कहना था कि सदन के अंदर पैरा फोर्सस को आने की अनुमति देना गलत है। आखिर कैसे हथियारों को सदन के भीतर आने दिया जा सकता है, बीजेपी अब गुंडागर्दी कर रही है। उन्होंने केंद्र सरकार पर एमसीडी चुनाव की प्रक्रिया को हाईजैक करने का भी आरोप लगाया।

इससे पहले 6 जनवरी को भी मेयर के चुनाव के लिए पहली बैठक हुई थी। लेकिन भारी हंगामे के चलते मेयर चुनाव नहीं हो पाए। इससे पहले आप पार्षदों ने मनोनीत सदस्यों को पहले शपथ दिलाने का विरोध किया था। इसके बाद सदन में जमकर हंगामा हुआ था। इस दौरान आप और भाजपा के नेताओं के बीच धक्का मुक्की भी हुई थी।

जानिए मेयर को चुनने का रोटेशन

बता दें, दिल्ली में मेयर पद के चुनाव को रोटेशन के आधार पर 5 सिंगल ईयर की शर्त पर रखा जाता है। जहां मेयर पद के लिए पहला साल महिलाओं के लिए आरक्षित होता है, दूसरा साल ओपन कैटेगरी, तीसरा साल आरक्षित और बचे हुए दो साल फिर ओपन कैटेगरी के लिए आरक्षित होते हैं। इस तरह इस बार दिल्ली में एक महिला मेयर बनेगी।

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