जम्मू-कश्मीर में आए दिन आतंकी हमले होते रहे हैं. आरटीआई से पिछले 28 साल में भारतीय सैनिकों द्वारा मार गिराए गए आतंकियों की जानकारी सामने आई है. सुलह की कोशिशों के बावजूद पड़ोसी मुल्क अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा. पाकिस्तान पर जम्मू-कश्मीर में आतंकी भेजने के आरोप लगातार लगते रहे हैं.
नई दिल्ली. भारत पाक सीमा पर आए दिन तनातनी और गोलीबारी का माहौल रहता है. अभी भी जम्मू कश्मीर के सुंजवान में 50 घंटे से ज्यादा समय से आतंकियों के खिलाफ सेना का अभियान जारी है. श्रीनगर में एक बार फिर आतंकियों ने सीआरपीएफ कैंप पर हमले की कोशिश की है. सेना और आतंकियों के बीच जारी मुठभेड़ में एक जवान के भी शहीद होने की खबर है. इस बीच सूचना का अधिकार कानून 2005 (आरटीआई) से पिछले 28 साल में मारे गए आतंकियों की जानकारी सामने आई है. आरटीआई से खुलासा हुआ है कि भारतीय सेना के जवानों ने जम्मू कश्मीर में 1990 से दिसंबर 2017 तक कुल 22133 आतंकियों को मार गिराया. यह जानकारी गृह मंत्रालय ने एक आरटीआई के जवाब में दी है.
आरटीआई में खुलासा आया है कि साल 2001 में सबसे ज्यादा आतंकी मारे गए थे. इस साल भारतीय सेना ने 2020 आतंकियों का सफाया किया. वहीं साल 2002 में 1707 आतंकी मारे गए. इन वर्षों में केंद्र में बीजेपी की सरकार थी और अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री थे. सबसे कम आतंकियों के खात्मे की बात करें तो साल 2013 में सबसे कम सिर्फ 67 आतंकी सैन्य कार्रवाई में मारे गए. वहीं 2012 में भी इनकी संख्या दोहरे अंकों में यानि 72 रही. वहीं साल 2011 में भारतीय जवानों ने आतंकियों के खात्मे की हैट्रिक लगाई और 100 आतंकी मार गिराए.
आरटीआई से मिली जानकारी के अनुसार 2014 में केंद्र में पीएम नरेंद्र मोदी की सरकार बनने के बाद जम्मू कश्मीर में आतंकियों के खात्मे की बात की जाए तो उस साल 110 आतंकियों को भारतीय जवानों ने मार गिराया. वहीं, 2015 में 108 आतंकी भारतीय सैनिकों के हाथों मारे गए. 2016 में भारतीय जवानों ने 150 आतंकियों को जन्नत की सैर कराई वहीं 2017 में 10 दिसंबर तक 203 आतंकियों को भारतीय जवानों ने ठिकाने लगा दिया. यह जानकारी जम्मू-कश्मीर के आरएसपुरा के रहने वाले रोहित चौहान ने मांगी थी.
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