आरटीआई कार्यकर्ता ने मथुरा जिला प्रशासन से सवाल पूछा है कि 3 सितंबर को देशभर में कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर अवकाश घोषित कर भगवान कृष्ण का जन्मदिन मनाया गया. आरटीआई कार्यकर्ता ने भगवान कृष्ण के जन्म प्रमाण पत्र और मथुरा में अधिकारियों से उनके भगवान होने का सबूत मांगा है.
मथुरा: एक आरटीआई कार्यकर्ता ने भगवान कृष्ण के जन्म प्रमाण पत्र और मथुरा में अधिकारियों से उनके भगवान होने का सबूत मांगा है. छत्तीसगढ़ के एक RTI कार्यकर्ता ने मथुरा के जिला प्रशासन से भगवान कृष्ण के जन्म, उनके गांव, उनके भगवान होने और लीलाओं आदि के संबंध में जानकारियों के साथ सबूत मांगे हैं. जिसके बाद मथुरा प्रशासन असमंजस की स्थिति में है, कि इस सवाल का क्या जवाब दिया जाए.
जिले के मुख्य जनसूचना अधिकारी एवं अपर जिलाधिकारी (एडीएम) (कानून एवं व्यवस्था) रमेश चंद्र ने कहा कि जनमान्यता एवं निजी आस्था से जुड़े इन सवालों के क्या जवाब दिए जाएं इसे लेकर फिलहाल असमंजस की स्थिति है.
छत्तीसगढ़ के एक सूचना का अधिकार (आरटीआई) कार्यकर्ता जैनेन्द्र कुमार गेंदले ने मथुरा जिला प्रशासन से सवाल पूछा है कि विगत 3 सितंबर को देशभर में कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर अवकाश घोषित कर भगवान कृष्ण का जन्मदिन मनाया गया. इसलिए उन्हें भगवान श्रीकृष्ण के जन्म प्रमाणपत्र की प्रमाणित प्रतिलिपि उपलब्ध कराई जाए. जिससे यह बात स्पष्ट हो जाए कि उनका जन्म उसी दिन हुआ था.
इतना ही नहीं आरटीआई एक्टिविस्ट ने यह सवाल भी पूछा है कि क्या वह सच में भगवान थे? और थे, तो कैसे? उनके भगवान होने की प्रमाणिकता भी उपलब्ध कराई जाए. साथ ही उन्होंने ने भी सवाल पूछा है कि भगवान कृष्ण का गांव कौन सा था ? उन्होंने कहां-कहां लीलाएं कीं आदि-आदि. आरटीआई आवेदन मध्य सितंबर में डाक के जरिए प्राप्त हुआ था.
जिला मजिस्ट्रेट चंद ने कहा, “यह हास्यास्पद सवाल था क्योंकि इस तरह के मुद्दे विश्वास के हैं और जिनसे पूछा गया है, उनका उत्तर नहीं दिया जा सकता है. उन्होंने कहा कि ये सस्ती लोकप्रियता हासिल करने या उपद्रव पैदा करने के लिए की गई मूर्खता पूर्ण हरकत है. इससे पहले कि ये लोगों की भावनाओं को आहत पहुचांए इससे पहले इन्हें खारिज कर देना चाहिए.
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