नई दिल्ली। देश के कई राज्यों में हाल के दिनों में हुई हिंसा पर राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) का बड़ा बयान सामने आया है. भागवत ने कहा कि हिंसा के किसी का भला नहीं होता है और जिस समाज को हिंसा पसंद है अब वो अपने आखिरी दिन गिन रहा है।
आरएसएस प्रमुख भागवत ने आगे कहा कि देश के कई राज्यों में हाल ही में हुई झड़पों के बाद अब सभी समुदायों को साथ आने और मानवता की रक्षा करने की जरूरत है. भागवत ने कहा कहा कि हमें हमेशा शांतिप्रिय और अहिंसक होना चाहिए. हिंसा के किसी का भला नहीं होता है।
भागवत ने कहा कि समाज के दबाव में ही सरकार काम करती है. सामाजिक दबाव सरकार के लिए पेट्रोल के जैसे होता है. आरएसएस प्रमुख ने कहा कि सिंधी संस्कृति और भाषा के अस्तित्व को बचाने के लिए सिंधी विश्वविद्यालय स्थापित करने की देश में जरूरत है. भारत क बहुभाषी देश है और प्रत्येक भाषा का अपना महत्व होता है।
बता दें कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत पूर्वी महाराष्ट्र में कंवरराम धाम के गद्दीननाशिनी कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए थे. देश के विभिन्न हिस्सों से सिंधी समाज के हजारों लोग इस कार्यक्रम में शामिल हुए. इसी दौरान भागवत ने रामनवमी और हनुमान जयंती के दिन देश के विभिन्न हिस्सों में हुए हिंसा पर बयान दिया।
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