RRBH JE Result 2019: आआरबी जूनियर इंजीनियर भर्ती परीक्षा 2019 का रिजल्ट जारी हो चुका है. आरआरबी जेई भर्ती परीक्षा में कई उम्मीदवार फेल हो गए हैं. उम्मीदवारों ने चयन प्रक्रिया की सवाल पर उठाए हैं. उम्मीदवार का कहना है कि जूनियर इंजीनियर एक टेक्निकल पद है लेकिन परीक्षा का पैटर्न नॉन टेक्नीकल था जिसके कारण कई उम्मीदवार फेल हो गए. उम्मीदवारों का कहना है कि परीक्षा क्वालीफाइंग थी तो फिर रेलवे ने कट ऑफ के आधार पर शॉर्टलिस्ट क्यों किया गया. जूनियर इंजीनियर भर्ती परीक्षा में 60-70 अंक लाने के बाद भी उम्मीदवार फेल हुए हैं. परीक्षा में क्वालीफाई नहीं कर पाने वाले उम्मीदवार रेलवे भर्ती बोर्ड के जवाब का इंतजार कर रहे हैं.
नई दिल्ली. RRB JE Result 2019: आआरबी जूनियर इंजीनियर भर्ती परीक्षा 2019 का रिजल्ट जारी हो चुका है. आरआरबी जेई भर्ती परीक्षा में कई उम्मीदवार फेल हो गए हैं. उम्मीदवारों ने चयन प्रक्रिया की सवाल पर उठाए हैं. उम्मीदवार का कहना है कि जूनियर इंजीनियर एक टेक्निकल पद है लेकिन परीक्षा का पैटर्न नॉन टेक्नीकल था जिसके कारण कई उम्मीदवार फेल हो गए. उम्मीदवारों का कहना है कि परीक्षा क्वालीफाइंग थी तो फिर रेलवे ने कट ऑफ के आधार पर शॉर्टलिस्ट क्यों किया गया. जूनियर इंजीनियर भर्ती परीक्षा में 60-70 अंक लाने के बाद भी उम्मीदवार फेल हुए हैं.
उम्मीदवार का कहना है कि परीक्षा पैटर्न नॉन टेक्नीकल होने से पहली स्टेज की कट ऑफ बहुत ज्यादा गो गई. इस परीक्षा में भाग लेने वाले करीब 80 फीसदी उम्मीदवार ऐसे हैं जिन्होंने डिग्री तो टेक्नीकल की ली है लेकिन वे नॉन टेक्नीकल फील्ड जैसे- एसएससी सीजीएल, सीएचएसएल, बैकिंग आदि की तैयारी करते आ रहे हैं और उनके जेई परीक्षा में अच्छे मार्क्स आए हैं. वहीं, टेक्नीकल फील्ड जैसे गेट, आईएस से आने वाले छात्रों के नंबर कम आए हैं, क्योंकि सीबीटी 1 पूरी तरह से नॉन टेक्नीकल पेपर था. ऐसे में नॉन टेक वाले उम्मीदवारों ने अच्छे नंबर हासिल किए और कट ऑफ ज्यादा हो गया. इस वजह से परीक्षा में 60-70 अंक लाने वाला उम्मीदवार भी सीबीटी 1 में पास नहीं हो सका.
बता दें कि आरआरबी जूनियर इंजीनियर भर्ती परीक्षा की सीबीटी 1 एक जनरल पेपर होता है, जिसमें गणित, जनरल अवेयरनेस, जनरल इंटेलिजेंस और रीजनिंग और जनरल साइंस से सवाल आते हैं. उम्मीदवारों की मांग है कि जेई का रिजल्ट दोबारा जारी किया जाए और उन्हें 40 फीसदी क्वालीफाइंग अंकों के आधार पर सीबीटी 2 पेपर में बैठने का मौका दिया जाए. इस संबंध में वो उम्मीदवार जो कट ऑफ बढ़ने की वजह से सीबीटी 2 पेपर के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाए हैं वह लगातार रेल मंत्री पीयूष गोयल को ट्वीट कर रहे हैं. हालांकि पहले स्टेज की परीक्षा एक स्क्रीनिंग परीक्षा है क्वालीफाइंग नहीं है. क्वालीफाइंग परीक्षा में अगर कोई उम्मीदवार निर्धारित क्वालीफाइंग अंक के बराबर या अधिक अंक हासिल करता है तो वह पास हो जाता है. वहीं स्क्रीनिंग परीक्षा में ऐसा नहीं होता.
आरआरबी की ओर से जारी नोटिफिकेशन के मुताबिक सीबीटी 2 पेपर के लिए कुल पदों के 15 गुना उम्मीदवारों को चुना जाएगा. नोटिफिकेशन में यह भी कहा गया है पात्रता के लिए सामान्य श्रेणी के उम्मीदवारों को 40 फीसदी, ओबीसी श्रेणी के उम्मीदवारों को 30 फीसदी, अनुसूचित जाति श्रेणी के उम्मीदवारों को 30 फीसदी और अनुसूचित जनजाति श्रेणी के उम्मीदवारों को 25 फीसदी अंक हासिल करने होंगे. परीक्षा में क्वालीफाई नहीं कर पाने वाले उम्मीदवार रेलवे भर्ती बोर्ड के जवाब का इंतजार कर रहे हैं.