चारा घोटाला केस में बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव को रांची की विशेष सीबीआई कोर्ट ने दोषी ठहराया है. लालू को कोर्ट से ही जेल भेज दिया गया है. चारा घोटाले से जुड़े दूसरे देवघर कोषागार केस में फैसला सुनाते ही राजनेताओं की प्रतिक्रिया आने लगीं. राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह ने अदालत के फैसले पर कहा, 'एक ही मामले में जगन्नाथ को बेल, लालू को जेल यही है मोदी का खेल. लड़ेंगे आखिरी दम तक.'
पटनाः चारा घोटाला केस में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव को रांची की स्पेशल CBI कोर्ट ने दोषी करार दिया है. लालू यादव को अगले साल यानी 3 जनवरी, 2018 को सजा सुनाई जाएगी. लालू को दोषी ठहराते ही सत्ता के गलियारों में बयानबाजी तेज हो गई. राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह ने अदालत के फैसले पर कहा, ‘एक ही मामले में जगन्नाथ को बेल, लालू को जेल यही है मोदी का खेल. लड़ेंगे आखिरी दम तक.’
रघुवंश प्रसाद सिंह ने आगे कहा कि एक ही मामले में लालू यादव को जेल और जगन्नाथ मिश्रा को रिहाई देना जनता के मन में कई सवाल खड़े कर रहा है. वह कोर्ट में लड़ाई जारी रखेंगे. असली लड़ाई अब जनता के बीच लड़ी जाएगी. वहीं आरजेडी के एक अन्य प्रवक्ता ने कहा कि एक ही मामले में एक को रिहा कर दिया गया और लालू यादव को दोषी करार दिया गया. यह बिल्कुल न्यायसंगत नहीं है. सब भारतीय जनता पार्टी की साजिश है.
लालू को रांची की स्पेशल सीबीआई कोर्ट द्वारा दोषी ठहराते ही जहां आरजेडी नेताओं ने कहा कि लालू यादव संघर्ष से उपजे हुए नेता हैं. वहीं बीजेपी और अन्य विरोध दल के नेताओं ने कहा कि जैसी करनी, वैसी भरनी. जदयू प्रवक्ता और विधान पार्षद नीरज कुमार ने कहा, ‘लालू यादव पर शनि देव का प्रकोप पड़ा है. अब नया साल जेल में मनाते रहें.’ इस दौरान लालू यादव ने जेल जाने से पहले कई ट्वीट किए उन्होंने लिखा, ‘झूठे जुमले बुनने वालों सच अपनी जिद पर खड़ा है. धर्मयुद्ध में लालू अकेला नहीं पूरा बिहार साथ खड़ा है.’
बताते चलें कि सीबीआई के विशेष जज शिवपाल सिंह ने 13 दिसंबर को केस की सुनवाई पूरी कर ली थी. जिसके बाद उन्होंने 23 दिसंबर को फैसला सुनाने की तारीख मुकर्रर की थी. चारा घोटाला केस में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव, जगन्नाथ मिश्रा सहित 22 आरोपी थे, जिनमें लालू यादव समेत 16 आरोपियों को देवघर कोषागार मामले में दोषी माना गया और जगन्नाथ मिश्रा समेत 6 आरोपियों को बरी कर दिया गया. कोर्ट द्वारा लालू यादव को दोषी ठहराते ही रांची पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया. लालू को रांची जेल ले जाया गया.