नई दिल्ली, देश में इस समय खुदरा महंगाई दर 16 महीने के उच्च स्तर पर पहुंच गई है. सरकार द्वारा मंगलवार को जारी डेटा के मुताबिक मार्च में खुदरा महंगाई दर फरवरी के मुकाबले 14.49% बढ़कर 6.95% पर पहुँच गई है, इससे पहले फरवरी में खुदरा महंगाई दर 6.07 फीसदी थी. वहीं, पिछले साल मार्च […]
नई दिल्ली, देश में इस समय खुदरा महंगाई दर 16 महीने के उच्च स्तर पर पहुंच गई है. सरकार द्वारा मंगलवार को जारी डेटा के मुताबिक मार्च में खुदरा महंगाई दर फरवरी के मुकाबले 14.49% बढ़कर 6.95% पर पहुँच गई है, इससे पहले फरवरी में खुदरा महंगाई दर 6.07 फीसदी थी. वहीं, पिछले साल मार्च में जो खुदरा महंगाई दर 4.3 फीसदी पर थी, वो अब बढ़कर 6.95% हो गई है.
मार्च महीने में लगातार तीसरी बार खुदरा महंगाई दर आरबीआई के टार्गेट रेंज से ज्यादा रही. बता दें आरबीआई ने सरकार को खुदरा महंगाई दर 2-6 फीसदी के बीच सीमित रखने को कहा है. ऐसे में, मार्च महीने की महंगाई दर का आंकड़ा काफी अहम है क्योंकि भारतीय रिजर्व बैंक नीतिगत दरों की समीक्षा के समय खुदरा महंगाई के आंकड़े को भी ध्यान में रखता है.
हाल ही में सब्ज़ियों के साथ ही जीरा, धनिया और मिर्ची तक के रेट में 40-60 फीसदी तक का इजाफा हुआ है. वहीं, बीन्स का भाव 120 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गया है. फूल गोभी, जो कुछ दिन पहले 40 रुपये प्रति किलोग्राम में बिक रही थी उसकी कीमत बढ़कर अब 80 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है.
रिटेल मार्केट की बात करें तो तोरई का भाव 100 रुपये प्रति किलोग्राम, तो वहीं भिंडी की कीमत 100 रुपये प्रति किलोग्राम, करेले की कीमत 100 रुपये प्रति किलोग्राम, मिर्च के दाम 70 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुँच गए हैं. हालांकि, अभी आलू और प्याज की कीमत अभी कंट्रोल में है, जिससे आम लोगों को थोड़ी राहत है.’
मिनिस्ट्री ऑफ स्टैटिस्टिक्स एंड प्रोग्राम इम्प्लीमेंटेशन की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, मार्च महीने में खुदरा महंगाई दर में आई ये तेजी खाने-पीने के सामानों की बढ़ी कीमतों की वजह से आई है.