नई दिल्लीः पंजाब और पश्चिम बंगाल के बाद कर्नाटक के झांकी को भी गणतंत्र दिवस के मौके पर प्रदर्शित करने की अनुमति केंद्र सरकार के द्वारा नहीं दी गई है। जिसके बाद कांग्रेस ने गुरुवार को केंद्र सरकार पर प्रतिशोध की राजनीति करने का आरोप लगाया। वहीं कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया ने भी केंद्र सरकार […]
नई दिल्लीः पंजाब और पश्चिम बंगाल के बाद कर्नाटक के झांकी को भी गणतंत्र दिवस के मौके पर प्रदर्शित करने की अनुमति केंद्र सरकार के द्वारा नहीं दी गई है। जिसके बाद कांग्रेस ने गुरुवार को केंद्र सरकार पर प्रतिशोध की राजनीति करने का आरोप लगाया। वहीं कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया ने भी केंद्र सरकार पर निशाना साधा। सीएम ने सोशल मीडिया पोस्ट पर कहा कि केंद्र ने कर्नाटक की झांकी को इसलिए गणतंत्र दिवस की परेड में शामिल नहीं किया है क्योंकि राज्य में कांग्रेस की सरकार है।
सीएम सिद्धारमैया की पोस्ट पर कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि यह प्रतिशोध का मोदी मंत्र है। उन्होंने अभी तक मई 2023 में कर्नाटक चुनाव में मिली हार को भूला नहीं है। सिद्धारमैया ने कहा कि इस साल कर्नाटक की झांकी में मैसूर के राजा नलवाडी कृष्णराजा वडियार के साथ, रानी लक्ष्मीबाई की तरह अंग्रेजों से लड़ने वाली रानी चेनम्मा और बेंगलूरू के संस्थापक नादप्रभु केम्पगौड़ा के जीवन को प्रदर्शित करने का विचार था।
कर्नाटक के झांकी को केंद्र सरकार द्वारा हरी झंडी ने दिए जाने के बाद राज्य के सीएम सिद्धारमैया ने कहा कि पिछले साल भी कर्नाटक की झांकी को ऐसी ही स्थिति का सामना करना पड़ा था। जब केंद्र सरकार ने शुरुआत में कर्नाटक की झांकी को शामिल करने से मना कर दिया था। बाद में विधानसभा चुनाव को देखते हुए झांकी को शामिल करने के लिए हामी भर दी थी। उन्होंने कहा कि कर्नाटक की झांकी के लिए कई बार केंद्र को प्रस्ताव भेजे गए लेकिन सभी प्रस्तावों को खारिज कर दिया गया। सीएम ने कहा कि फिर से कन्नड़ लोगों का अपमान हुआ है।
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