नई दिल्ली : मोदी सरकार लगातार चौंकाने वाले फैसले के लिए जानी जाती है. पहले मोदी सरकार ने ग्रुप सी की परीक्षा में साक्षात्कार को समाप्त किया. उनका कहना था कि साक्षात्कार में भ्रष्टाचार होता है इसलिए साक्षात्कार को खत्म कर दिया गया. अब मोदी सरकार ने एक और ऐतिहासिक फैसला किया है. CAPFS के […]
नई दिल्ली : मोदी सरकार लगातार चौंकाने वाले फैसले के लिए जानी जाती है. पहले मोदी सरकार ने ग्रुप सी की परीक्षा में साक्षात्कार को समाप्त किया. उनका कहना था कि साक्षात्कार में भ्रष्टाचार होता है इसलिए साक्षात्कार को खत्म कर दिया गया. अब मोदी सरकार ने एक और ऐतिहासिक फैसला किया है. CAPFS के एग्जाम के लिए गृह मंत्रालय ने हिंदी और अंग्रेजी के अलावा 13 भाषाओं में परीक्षा को मंजूरी दे दी है. अमित शाह ने कहा कि इससे क्षेत्रीय भाषाओं को प्रोत्साहन मिलेगा इसलिए मैने ये फैसला लिया.
गृह मंत्रालय ने बताया कि हिंदी और अंग्रेजी के अलावा पेपर उर्दू, पंजाबी, मणिपुरी, कोंकणी, बंगाली, असमिया, मराणी, गुजराती, ओडिया, तेलुगु, तमिल, कन्नड़ और मलयालम में होगा. अर्धसैनिक बलों के कांस्टेबल की परीक्षा कर्मचारी चयन आयोग कराता है जिसमें लाखों अभ्यार्थी भाग लेते है. क्षेत्रीय भाषाओं में परीक्षा का आयोजन 1 जनवरी 2024 के बाद से होगा.
In a historic decision, MHA decides to conduct the Constable (GD) CAPF exams in 13 regional languages also. It will give an impetus to participation of local youth in CAPFs.
The decision reflects PM @narendramodi Ji's commitment to developing and encouraging regional languages. pic.twitter.com/Dd1iNWzyL5
— गृहमंत्री कार्यालय, HMO India (@HMOIndia) April 15, 2023