नई दिल्ली। मोबाइल का रिचार्ज कराना महंगा हो गया है। सबसे बड़ा कारण यह है कि जियो ने सभी कंपनियों को पटखनी दे दी है। जिस वजह से जियो ने अपने पलान्स में बढ़ोतरी की है। उसके बाद एयरटेल का नंबर आता है। मगर अब खबर मिल रही है कि vodafone-idea की जोड़ी फिर से […]
नई दिल्ली। मोबाइल का रिचार्ज कराना महंगा हो गया है। सबसे बड़ा कारण यह है कि जियो ने सभी कंपनियों को पटखनी दे दी है। जिस वजह से जियो ने अपने पलान्स में बढ़ोतरी की है। उसके बाद एयरटेल का नंबर आता है। मगर अब खबर मिल रही है कि vodafone-idea की जोड़ी फिर से धूम मचाने के लिए तैयार हो रही है। अगर अमेजन से डील पक्की होती है तो भारत में फिर से रिचार्ज प्लान सस्ते हो सकते हैं।
Amazon पिछले तीन साल से भारत के टेलीकॉम मार्केट में कदम रखने को बेताब है। 2020 में खबर आई थी कि Amazon भारती एयरटेल में 2 अरब डॉलर का निवेश कर सकती है। इसके बाद मामला ठंडा हो गया। इस बीच, गूगल और फेसबुक ने मुकेश अंबानी की रिलायंस जियो में 10.2 अरब डॉलर का निवेश किया। इस साल गूगल ने भी एयरटेल में 1 अरब डॉलर निवेश करने की बात कही है।
वहीं, वोडाफोन-आइडिया में न तो किसी बड़ी टेक कंपनी को निवेश मिला और न ही अमेजन किसी भारतीय टेलीकॉम कंपनी में निवेश कर पाई। इस दौरान दोनों कंपनियों के बीच बातचीत जारी रही है। अगर Amazon को भारतीय बाजार में प्रवेश करना है, तो Vi सबसे सटीक विकल्प है।
2016 में Jio के लॉन्च के समय भारत में 8 बड़ी टेलीकॉम कंपनियां थीं। Jio ने फ्री कॉलिंग और डेटा की रणनीति अपनाई, जिससे धीरे-धीरे बाजार में कंपटिशन कम होता या। 2017 में टेलीनार, 2018 में एयरसेल और 2019 में टाटा डोकोमो बंद हो गई। 2018 में वोडाफोन आइडिया का विलय हो गया।
बाजार में कंपटिशन कम करने के बाद, Jio ने टैरिफ दरों में वृद्धि करना शुरू कर दिया। Amazon और Vi की डील के बाद एक बार फिर से कॉम्पिटिशन बढ़ जाएगा। ज्यादा सब्सक्राइबर बढ़ाने की होड़ में डाटा टैरिफ दरों को कम किया जा सकता है।
फिलहाल अभी जियो 40.3 करोड़, एयरटेल के 36.0 करोड़, वीआई के 26.0 करोड़ और बीएसएनएल के 11.3 करोड़ सब्सक्राइब है। अगर वीआई फिर मैदान में उतरती है तो सीधी टक्कर जियो के साथ होगी।
KK की मौत पर बड़ा खुलासा: 2500 की क्षमता वाले हॉल में जुटे 5000 लोग, भीड़ हटाने के लिए छोड़ी गई गैस