रवीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इंटरव्यू करने के लिए फेसबुक पर उन्हें ओपन चेलेंज देते हुए कहा कि यहां कैमरा भी है माइक भी है, ऑफकोर्स पकोड़ा भी है, आई एम वेटिंग.
नई दिल्ली: जी न्यूज पर हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इंटरव्यू ने सोशल मीडिया पर लोगों के बीच बहस छेड़ दी है. अगर कुछ लोग इस इंटरव्यू को पीएम मोदी का कई जरूरी मुद्दों पर जवाब बता रहे हैं तो कई लोगों ने इस इंटरव्यू को फिक्स करार दिया है. इसी बीच प्रसिद्ध पत्रकार रवीश कुमार के फेसबुक पेज पर डले एक पोस्ट ने भी इशारा करते हुए बताया कि रवीश भी पीएम मोदी का इंटरव्यू करना चाहते हैं. दरअसल, रवीश ने अपनी पोस्ट पर लिखा है कि यहां कैमरा भी है माइक भी है, ऑफकोर्स पकोड़ा भी है, आई एम वेटिंग.
गौरतलब है कि पीएम मोदी ने जी न्यूज पर इंटरव्यू में रोजगार में सृजन पिछड़ने के लगे आरोपों को लेकर कहा था कि अगर कोई शख्स टीवी के ऑफिस के बाहर पकोड़े बेजकर अपना जीवन चला रहा है क्या उसे रोजगार नहीं कहेंगे. आपको बता दें कि रवीश के जिस अकाउंट से यह पोस्ट किया गया है रवीश कुछ समय पहले तक इसका इस्तेमाल करते थे लेकिन कुछ समय से इस अकाउंट की सक्रियता थोड़ी कम हुई है. आजकल वे अपने वेरिफाइड पेज पर अपनी बातें रखते हुए ज्यादा दिखते हैं.
बताते चलें कि बीते 19 जनवरी को भी रवीश कुमार ने फेसबुक पर एक पोस्ट डालकर पीएम मोदी पर निशाना साधा था. उन्होंने लिखा था कि रोजगार के आंकडों का जश्न झूठा है. वहीं उन्होंने कहा था कि पांच से सात करोड़ रोजगार को पैदा करने का दावा करने वाले अब 6 लाख प्रतिमाह नौकरियों को पैदा करने का जश्न मना रहे हैं और डरपोक मीडिया ने इसे छापा भी है. रवीश कुमार की इस पोस्ट पर काफी प्रतिक्रियाएं देखने को मिली. एक यूजर शुभेंदु शेखर का कहना है कि ‘पेशेवर ईर्ष्या स्वाभाविक व सहज है, पर स्वघोषित सर्वोत्कृष्टता बहुत घातक होती है, सड़ांध बढ़ रही है.’ वहीं एक यूजर ने लिखा कि कल मेरे प्यारे वक्ता नरेंद्र मोदी जी ने जी न्यूज पर कहा कि हमने बेरोजगार लोगों को पकौड़े बेचने के लिए मुद्रा लोन दिया अब कौन बताए की जनधन का नाम लेते ही पूरा बैंक स्टाफ ऐसे देखता है जैसे ढिनचेक पूजा गाना सुना रही हो.