ममता सरकार में तय है पीड़िता का रेट चार्ट- वकील विकास भट्टाचार्य

Kolkata Doctor Rape Murder Case: कोलकाता में डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या के मामले में पीड़िता के वकील विकास रंजन भट्टाचार्य ने ममता सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने राज्य सरकार को भ्रष्टाचार की सरकार बताया है। इसके साथ ही उन्होंने घटना में कॉलेज प्रिंसिपल की भूमिका पर सवाल उठाते हुए इसे संदिग्ध बताया है। […]

Advertisement
ममता सरकार में तय है पीड़िता का रेट चार्ट- वकील विकास भट्टाचार्य

Manisha Shukla

  • August 19, 2024 7:19 pm Asia/KolkataIST, Updated 3 months ago

Kolkata Doctor Rape Murder Case: कोलकाता में डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या के मामले में पीड़िता के वकील विकास रंजन भट्टाचार्य ने ममता सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने राज्य सरकार को भ्रष्टाचार की सरकार बताया है। इसके साथ ही उन्होंने घटना में कॉलेज प्रिंसिपल की भूमिका पर सवाल उठाते हुए इसे संदिग्ध बताया है। वकील का कहना है कि इसकी सही तरीके से जांच होनी चाहिए। मुझे उम्मीद है कि सीबीआई सही जांच कर पाएगी।

वकील ने कहा कि हमने कोर्ट में पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर कहा है कि पीड़िता के शव की स्थिति से ऐसा बिल्कुल नहीं लगता कि एक ही व्यक्ति ने ऐसा किया हो। पीड़िता के शव पर कई मल्टीपल एटेम्प किए गए हैं। राज्य सरकार ने दुष्कर्म पीड़ितों के लिए एक रेट चार्ट तय किया है। इस सरकार में यह देखा जाता है कि किस महिला के साथ कितनी बार दुष्कर्म हुआ है, उसी आधार पर उसे पैसे दिए जाते हैं। ‘संदीप घोष की भूमिका संदिग्ध’ वहीं, कॉलेज प्रिंसिपल को लेकर भट्टाचार्य ने कहा कि घटना में संदीप घोष की भूमिका संदिग्ध है। इस घटना के पीछे कुछ प्रभावशाली लोग हैं, जिन्हें ममता सरकार बचाने की कोशिश कर रही है। घटनास्थल के पास निर्माण क्यों किया गया, घटना की जानकारी देने में देरी क्यों हुई, विभाग ने कोई जवाब क्यों नहीं दिया, ऐसे कई बिंदु हैं। सीबीआई इस मामले में बुधवार को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। जहां तक ​​डीएनए प्रोफाइलिंग की बात है, तो उसकी रिपोर्ट अभी तक सामने नहीं आई है।

पीड़िता कुछ बताना चाहती थी

वकील ने दावा किया है कि 2011 से जब से ममता सरकार बनी है, तब से इस राज्य में ऐसे कई घोटाले हुए हैं। इनमें शिक्षा घोटाला, राशन घोटाला और कई अन्य घोटाले शामिल हैं। संभव है कि इस अस्पताल में कुछ चल रहा था, जो लड़की बताना चाहती थी, लेकिन उसे ऐसा करने नहीं दिया गया। ऐसे कई पहलू हैं, जिनकी जांच होनी चाहिए और मुझे लगता है कि सीबीआई जांच में सारी बातें सामने आ जाएंगी।

घटना को अनेक लोगों ने दिया अंजाम

उन्होंने कहा कि मैंने पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं देखी है, लेकिन पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों से बात करने के बाद मैं दावे से कह सकता हूं कि इस घटना को किसी एक व्यक्ति ने अंजाम नहीं दिया। सवाल यह भी उठता है कि पीड़िता के शव का जल्दबाजी में अंतिम संस्कार क्यों किया गया? पीड़िता के पिता जो भी कह रहे हैं, वह बिल्कुल सही है।इस मामले में पीड़िता के पिता से कई तथ्य छिपाए गए। पुलिस और प्रशासन सिर्फ लोगों को किसी भी तरह से वहां पहुंचने से रोकना चाहता था। यही वजह है कि उन्होंने शव को नहीं बल्कि सबूतों को जलाया है।

 

यह भी पढ़ें :-

कोलकाता रेप केस पर गवर्नर ने बुलाई इमरजेंसी मीटिंग, सुप्रीम कोर्ट में होगी कल सुनवाई

Advertisement