नई दिल्लीः देश के दिग्गज कारोबारी रतन टाटा का 86 साल की उम्र में मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में निधन हो गया। रतन टाटा का पार्थिव शरीर नरीमन पॉइंट स्थित नेशनल सेंटर फॉर परफॉर्मिंग आर्ट्स (एनसीपीए) में रखा गया है। लोग शाम 4 बजे तक यहां उनके अंतिम दर्शन कर सकेंगे। शाम को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। पद्म विभूषण और पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित रतन टाटा को 7 अक्टूबर को आईसीयू में भर्ती कराया गया था। इससे पहले टाटा ने बयान जारी कर कहा था कि उनकी तबीयत ठीक है और चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है।
पीएम ने रतन टाटा के लिए एक खास संदेश लिखा- श्री रतन टाटा जी एक दूरदर्शी कारोबारी नेता, एक दयालु आत्मा और एक असाधारण इंसान थे। उन्होंने भारत के सबसे पुराने और सबसे प्रतिष्ठित व्यापारिक घरानों में से एक को स्थिर नेतृत्व प्रदान किया। उन्होंने अपनी विनम्रता, दयालुता और हमारे समाज को बेहतर बनाने के लिए एक अटूट प्रतिबद्धता के कारण कई लोगों के बीच अपनी जगह बनाई।
अरबपति हर्ष गोयंका ने भी रतन टाटा के निधन पर दुख जताया और एक्स पर एक पोस्ट में उन्हें “टाइटन” (बहुत महत्वपूर्ण व्यक्ति) बताया। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने रतन टाटा के निधन पर गहरा दुख जताया और उन्हें “देश का महान सपूत” बताया। गडकरी ने एक्स पर लिखा, “रतन टाटा के साथ मेरे तीन दशकों तक करीबी पारिवारिक संबंध थे।”
मुकेश अंबानी ने कहा यह भारत के लिए बहुत दुखद दिन है। रतन टाटा का निधन न केवल टाटा समूह के लिए बल्कि हर भारतीय के लिए एक बड़ी क्षति है। निजी तौर पर, मैं रतन टाटा के निधन से बहुत दुखी हूं क्योंकि मैंने अपना दोस्त खो दिया है।
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