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Rashtrapati Bhavan: द्रौपदी मुर्मू ने ग्रहण किया राष्ट्रपति का पद, रामनाथ कोविंद भी रहे मौजूद

Rashtrapati Bhavan: नई दिल्ली। देश के 15वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने के बाद द्रौपदी मुर्मू ने नए राष्ट्रपति का पदभार ग्रहण कर लिया है। राष्ट्रपति भवन में उन्होंने राष्ट्रपति का पद ग्रहण किया है। इस मौके पर उनके साथ पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी मौजूद रहे। शपथ लेने के बाद मुर्मू ने दिया […]

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Rashtrapati Bhavan: द्रौपदी मुर्मू ने ग्रहण किया राष्ट्रपति का पद, रामनाथ कोविंद भी रहे मौजूद
  • July 25, 2022 1:25 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

Rashtrapati Bhavan:

नई दिल्ली। देश के 15वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने के बाद द्रौपदी मुर्मू ने नए राष्ट्रपति का पदभार ग्रहण कर लिया है। राष्ट्रपति भवन में उन्होंने राष्ट्रपति का पद ग्रहण किया है। इस मौके पर उनके साथ पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी मौजूद रहे।

शपथ लेने के बाद मुर्मू ने दिया भाषण

बता दें कि इससे पहले आज सुबह संसद भवन के सेंट्रल हॉल में द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति पद की शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह के बाद उन्होंने अपने भाषण में कहा कि मेरे इस निर्वाचन में देश के हर गरीब का आशीर्वाद शामिल है, देश की करोड़ों महिलाओं और बेटियों के सपनों और सामर्थ्य की झलक है। मेरे लिए बहुत संतोष की बात है कि जो सदियों से वंचित रहे, जो विकास के लाभ से दूर रहे, वे गरीब, दलित, पिछड़े तथा आदिवासी मुझ में अपना प्रतिबिंब देख रहे हैं।

आज़ादी के अमृत महोत्सव का किया जिक्र

राष्ट्रपति मुर्मी ने अपने भाषण में कहा कि मुझे राष्ट्रपति के रूप में देश ने एक ऐसे महत्वपूर्ण कालखंड में चुना है जब हम अपनी आज़ादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं। आज से कुछ दिन बाद ही देश अपनी स्वाधीनता के 75 वर्ष पूरे करेगा।

सभी सांसदों और विधायकों का जताया आभार

द्रौपदी मुर्मू ने आगे कहा कि भारत के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर निर्वाचित करने के लिए मैं सभी सांसदों और सभी विधानसभा सदस्यों का हार्दिक आभार व्यक्त करती हूं। आपका मत देश के करोड़ों नागरिकों के विश्वास की अभिव्यक्ति है।

ये जिम्मेदारी मिलना मेरा बहुत बड़ा सौभाग्य

राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि ऐसे ऐतिहासिक समय में जब भारत अगले 25 वर्षों के विजन को हासिल करने के लिए पूरी ऊर्जा से जुटा हुआ है, मुझे ये जिम्मेदारी मिलना मेरा बहुत बड़ा सौभाग्य है।

बेहद खास संयोग में मिला ये नया दायित्व

द्रौपदी मुर्मू ने आगे कहा कि ये भी एक संयोग है कि जब देश अपनी आजादी के 50वें वर्ष का पर्व मना रहा था तभी मेरे राजनीतिक जीवन की शुरुआत हुई थी। और आज आजादी के 75वें वर्ष में मुझे ये नया दायित्व मिला है।

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