गुरुग्राम/नई दिल्ली: हरियाणा में विधानसभा चुनाव के टिकट वितरण से पहले सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी में बवाल खड़ा हो गया है. बताया जा रहा कि गुरुग्राम से सांसद और केन्द्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह बीजेपी नेतृत्व से नाराज चल रहे हैं. वह कभी भी भाजपा को अलविदा कह सकते हैं. बेटी को टिकट ना […]
गुरुग्राम/नई दिल्ली: हरियाणा में विधानसभा चुनाव के टिकट वितरण से पहले सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी में बवाल खड़ा हो गया है. बताया जा रहा कि गुरुग्राम से सांसद और केन्द्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह बीजेपी नेतृत्व से नाराज चल रहे हैं. वह कभी भी भाजपा को अलविदा कह सकते हैं.
जानकारी के मुताबिक कुछ दिनों पहले गुरुग्राम में हुई भाजपा प्रदेश चुनाव समिति की मीटिंग में राव इंद्रजीत भी बतौर सदस्य शामिल हुए थे. इस दौरान उनसे कहा गया कि वह अपनी बेटी आरती राव के लिए टिकट मांगे. इस पर राव ने कुछ भी कहने से मना कर दिया.
बता दें कि राव इंद्रजीत जब 2014 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए तभी वह आरती राव को चुनाव लड़वाना चाहते थे. 2014 के चुनाव और और 2019 के चुनाव में उन्होंने आगे बढ़कर टिकट भी मांगा था, लेकिन उनकी मांग को आलाकमान ने खारिज कर दिया. यही वजह है कि उनकी बेटी आरती अभी तक चुनाव लड़ने की पॉलिटिक्स में एंट्री नहीं कर पाई है. बताया जा रहा है कि राव के नाराज होने की सबसे बड़ी वजह यही है.
बताया जाता है कि राव इंद्रजीत सिंह का रेवाड़ी, महेंद्रगढ़ और गुरुग्राम की 11 विधानसभा सीटों पर प्रभाव है. वह 6 बार लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं, दो बार महेंद्रगढ़ से और चार बार गुरुग्राम से. अगर राव चुनाव से ठीक पहले पार्टी छोड़ते हैं तो ये बीजेपी के लिए बड़ा झटका माना जाएगा.
यह भी पढ़ें: UPS कर्मचारियों की खुशियों को मिलेगा नया रंग! जानें iTV सर्वे में लोगों ने क्या कहा