नई दिल्ली. पत्रकार रवीश कुमार को शुक्रवार को इस साल के रमन मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित किया गया. रमन मैग्सेसे अवॉर्ड को नोबेल पुरस्कार का एशियाई संस्करण माना जाता है. अवार्ड प्रशस्ति पत्र में कहा गया है कि 44 साल के रवीश कुमार, एनडीटीवी इंडिया के वरिष्ठ कार्यकारी संपादक, भारत के सबसे प्रभावशाली टीवी पत्रकारों में से एक हैं. वह उन पांच व्यक्तियों में शामिल हैं जिन्हें पुरस्कार का विजेता घोषित किया गया है. रवीश कुमार का प्राइम टाइम कार्यक्रम वास्तविक जीवन से संबंधित है. इसमें आम लोगों की वो समस्याएं उठाई जाती हैं जिन्हें ज्यादा तवज्जो ना दी गई हो. प्रशस्ति पत्र में साथ में लिखा गया कि यदि आप लोगों की आवाज बन गए हैं, तो आप एक पत्रकार हैं.
2019 रेमन मैगसेसे पुरस्कार के चार अन्य विजेताओं में म्यांमार से को स्वे विन, थाईलैंड से अंगखाना नीलापजीत, फिलीपींस से रेमुंडो पुजांते कैयाब और दक्षिण कोरिया के किम जोंग-की हैं. 1957 में स्थापित, रेमन मैग्सेसे पुरस्कार एशिया का सर्वोच्च सम्मान है. यह फिलीपीन के तीसरे राष्ट्रपति की स्मृति और नेतृत्व के उदाहरण का जश्न मनाता है. उन्हीं के नाम पर पुरस्कार का नाम दिया गया है और हर साल एशिया में ऐसे व्यक्तियों या संगठनों को ये दिया जाता है जो उसी निस्वार्थ सेवा और परिवर्तनकारी भाव को प्रकट करते हैं जो दिवंगत और प्रिय फिलिपिनो नेता ने जीवन भर दिखाया.
इसी के बाद सोशल मीडिया पर रवीश कुमार के लिए बधाईयों का तांता लग गया है. दरअसल 12 साल बाद भारत को पत्रकारिता के लिए ये पुरस्कार मिला है. इससे पहले 2007 में पी साईंनाथ को इस अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था. ट्विटर पर रवीश कुमार को बधाई देते हुए लोगों ने कई ट्वीट किए. सोशल मीडिया पर #RavishKumar, #RamonMagsaysayAward, रविश कुमार और Ravish Sir ट्रेंड करने लगा. लोगों ने रवीश के काम की सराहना की है और उनके काम और दिए गए सम्मान के लिए बधाई दी है.
पढ़ें लोगों के ट्वीट्स
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