अयोध्या: यूपी के अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर तैयारियां तेज हैं. अयोध्या में मंगलवार (16 जनवरी) से प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान की भी शुरूआत हो गई है, जिसका आज दूसरा दिन है. इस बीच रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर बड़ी जानकारी सामने आई है. मीडिया रिपोर्ट्स […]
अयोध्या: यूपी के अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर तैयारियां तेज हैं. अयोध्या में मंगलवार (16 जनवरी) से प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान की भी शुरूआत हो गई है, जिसका आज दूसरा दिन है. इस बीच रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर बड़ी जानकारी सामने आई है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अयोध्या में कश्मीरी केसर से रामलला का तिलक किया जाएगा. राष्ट्रीय मुस्लिम मंच ने विश्व हिंदू परिषद को कश्मीरी केसर सौंप दिया है. मालूम हो कि राष्ट्रीय मुस्लिम मंच आरएसएस का मुस्लिम संगठन है.
बता दें कि कल (18 जनवरी) को रामलला को मंदिर के गर्भगृह में स्थापित कर दिया जाएगा. कर्नाटक के मूर्तिकार अरुण योगीराज द्वारा बनाई गई प्रतिमा को गर्भगृह में स्थापित करने के लिए चुना गया है. अरुण योगीराज ने नीले रंगे की रामलला की प्रतिमा बनाई है. मूर्ति में रामलला को खड़े हुए हाथों में धनुष-बाण लिए दिखाया गया है. बताया जा रहा है कि प्रतिमा ऐसी है जो राजा के एक पुत्र की तरह और भगवान विष्णु का अवतार लगे. मंदिर के गर्भगृह में रामलला कमल के फूल पर विराजमान होंगे. कमल के फूल के साथ उनकी लंबाई 8 फीट के करीब होगी. गौरतलब है कि प्रतिमा की फाइनल फोटो अभी जारी नहीं की गई है.
गौरतलब है कि प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की शुरूआत कल यानी 16 जनवरी से शुरू हो गया. काशी पंडित लक्ष्मीकांत दीक्षित मंदिर ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा की पूर्णाहुति 22 जनवरी को होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में 22 जनवरी को मृगशिरा नक्षत्र में दिन में 11:30 से 12:30 के बीच मुख्य पूजा होगी. गौरतलब है कि प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे. इसके साथ ही देश भर से 4000 साधु-संत इसमें हिस्सा लेंगे.