नई दिल्ली: जब संतों से रामनवमी मेले के दौरान तीन दिनों तक राममंदिर खोलने पर के बारे में पूछा गया तो संतों ने जवाब दिया कि किसी भी पूजा परंपरा में मंदिर के लगातार खुले रहने का जिक्र नहीं है. इसके साथ ही राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का कहना है कि रामनवमी के दौरान […]
नई दिल्ली: जब संतों से रामनवमी मेले के दौरान तीन दिनों तक राममंदिर खोलने पर के बारे में पूछा गया तो संतों ने जवाब दिया कि किसी भी पूजा परंपरा में मंदिर के लगातार खुले रहने का जिक्र नहीं है. इसके साथ ही राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का कहना है कि रामनवमी के दौरान 3 दिन चौबीसों घंटे मंदिर खोलने को लेकर संतों की राय ली जा रही है.
बता दें कि रामनवमी मेला 9 अप्रैल से शुरू होगा. अयोध्या में 50 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है. सभा के अनुसार भक्तों के लिए रामलला के दर्शन सुनिश्चित करने के लिए मंदिर को चौबीसों घंटे खोलने की संभावना पर विचार किया जा रहा है. दरअसल मंदिर 14 घंटे खुला रहता है. रामलला के दरबार में हर दिन डेढ़ से दो हजार के बीच श्रद्धालु आते हैं. जिला प्रशासन ने श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट से अष्टमी, नवमी और दशमी तिथि के अवसर पर राम मंदिर को 24 घंटे के लिए खोलने के लिए कहा है, लेकिन संतों ने मंदिर के 24 घंटे खुले रहने पर असहमति जताई है.
संतों का कहना है कि रामलला को शयन ना कराना शास्त्र सम्मत नहीं है. इसके साथ ही ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने भी कहा कि रामलला पांच साल के बालक के रूप में विद्यमान थे। 24 घंटे जागते रहना उचित नहीं है, लेकिन चर्चा के बाद अंतिम निर्णय लिया जायेगा.
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