नई दिल्ली: धमाके के 8 दिन बाद बेंगलुरु का रामेश्वरम कैफे जनता के लिए फिर से खुल गया है. बता दें कि आगे की दुर्घटनाओं को रोकने के लिए कैफे में सुरक्षा उपायों को भी मजबूत किया गया है, और सुरक्षा जांच भी कड़ी कर दी गई है और ग्राहकों को जांच के बाद ही […]
नई दिल्ली: धमाके के 8 दिन बाद बेंगलुरु का रामेश्वरम कैफे जनता के लिए फिर से खुल गया है. बता दें कि आगे की दुर्घटनाओं को रोकने के लिए कैफे में सुरक्षा उपायों को भी मजबूत किया गया है, और सुरक्षा जांच भी कड़ी कर दी गई है और ग्राहकों को जांच के बाद ही कैफे में प्रवेश करने की अनुमति भी दी जा रही है. दरअसल 1 मार्च को बेंगलुरु के वाइटफील्ड इलाके में स्थित रामेश्वरम कैफे में विस्फोट हुआ था. इस विस्फोट के परिणामस्वरूप कई लोग घायल हुए.
रामेश्वरम कैफे के सह-संस्थापक राघवेंद्र राव ने मीडिया से बातचीत में कहा है कि उन्होंने भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कई कदम उठाए हैं. बता दें कि हम अपनी सुरक्षा टीम को मजबूत कर रहे हैं,और वे सैन्य दिग्गजों से बनी एक सुरक्षा टीम को भी प्रशिक्षित करना चाहते हैं. रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट मामले में आरोपियों की तलाश अभी जारी है. साथ ही कैफे में हुए विस्फोट में कम-से-कम दस लोग घायल हो गए, जिनमें कैफे के कर्मचारी और ग्राहक भी शामिल थे. दरअसल घटना की जांच हो रही है, और इस विस्फोट में संदिग्ध की तस्वीर सीसीटीवी में कैद हुई है. जांच एजेंसी ने संदिग्ध के लिए 10 लाख रुपये का इनाम भी तय किया है, और धमाके के तुरंत बाद कर्नाटक पुलिस ने गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम और विस्फोटक नियंत्रण अधिनियम के तहत मामला भी दर्ज किया था.
बता दें कि कैफे में विस्फोट संदिग्ध द्वारा ले जाए गए बैग के कारण हुआ, और माना जा रहा है कि विस्फोट में IED का इस्तेमाल किया गया था. मामले की व्यापारिक प्रतिद्वंद्विता, आतंकवाद और लोकसभा चुनाव से पहले भय फैलाने सहित सभी संभावित कोणों से अभी इसकी जांच की जा रही है.
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