Ramdev on Allopathy : ऑक्सीजन पर बयान देने के बाद अब बाबा रामदेव एलोपैथ पर बयान देकर फंस गए हैं। एक कार्यक्रम में बाबा रामदेव में कहा कि, "जितनी मौतें ऑक्सीजन और बेड की कमी से नहीं हुई उससे ज़्यादा मौतें एलोपैथ की दवाएं खाने से हुई हैं।" उन्होंने कहा कि, हम विज्ञान या आधुनिक चिकित्सा के खिलाफ नहीं है बल्कि जो ये नए रिसर्च हो रहे हैं उनके खिलाफ हैं। कोरोना काल में लाखों मौतें एलोपैथ का इलाज कराने से हुई।
नई दिल्ली. ऑक्सीजन पर बयान देने के बाद अब बाबा रामदेव एलोपैथ पर बयान देकर फंस गए हैं। एक कार्यक्रम में बाबा रामदेव में कहा कि, “जितनी मौतें ऑक्सीजन और बेड की कमी से नहीं हुई उससे ज़्यादा मौतें एलोपैथ की दवाएं खाने से हुई हैं।” उन्होंने कहा कि, हम विज्ञान या आधुनिक चिकित्सा के खिलाफ नहीं है बल्कि जो ये नए रिसर्च हो रहे हैं उनके खिलाफ हैं। कोरोना काल में लाखों मौतें एलोपैथ का इलाज कराने से हुई।
बाबा रामदेव के इस बयान के बाद लोगों को प्रतिक्रिया आना शुरू हो गई हैं। फ़िल्म निर्माता विनोद कापड़ी ने ट्वीट करते हुए कहा कि, “लाखों लोगों की मौत एलोपैथी दवा खाने से हुई है, रामदेव का ये दावा न सिर्फ चौकाने वाला है, बल्कि भ्रामक, गुमराह करने वाला और हजारों डॉक्टरों, पूरी मेडिकल साइंस का अपमान है डॉक्टर हर्षवर्धन जी। ऐसे व्यक्ति पर कार्रवाई होनी चाहिए।”
ऑक्सीजन पर दिया था बयान
इससे भी बाबा रामदेव विवादित बयान दे चुके हैं। रामदेव कह रहे थे कि आपकी नाक ही ऑक्सीजन सिलेंडर है। वह कह रहे थे, कहां बाहर सिलेंडर ढूंढ रहे हो। अपने भीतर दो सिलेंडर लगा रखे हैं। भर लो ऑक्सीजन, अगर कमी पड़ जाए तो बताना। ये बयान तब आया था जब कई लोगों ने ऑक्सीजन की कमी के चलते दम तोड़ दिया था।
कोरोनिल का प्रचार
मालूम हो कि योगगुरु रामदेव की पतंजलि द्वारा बनाई गई कोरोनिल को आईसीएमआर ने कोरोना की दवाई के रूप में मान्यता नहीं दी है। लेकिन फिर बाबा रामदेव इसे कोरोना को दवा के लिए प्रचार-प्रसार कर रहे हैं। एक वीडियो के जरिए वो कह रहे हैं कि कोरोना के कारण लोगों को तरह-तरह की अन्य बीमारियां हो रही हैं। इससे बचाव और कोरोना के उपचार के लिए यह दवाई कारगर है।