Ramdev for Vedic Board: रामदेव करेंगे पहले वैदिक बोर्ड का नेतृत्व, पैनल ने किया पतंजलि का चयन

Ramdev for Vedic Board: वेदिक बोर्ड के गठन के लिए पैनल ने पतंजलि को चुना है. सूत्रों के मुताबिक पतंजलि के पक्ष में काम करने वाला कारण रहा 21 करोड़ रुपये के फंड का वादा जिसके लिए पंतजलि पहले ही बैंक गारंटी दे चुकी है. यह तीन आवेदकों में सबसे अधिक मजबूत रहा. पांच सदस्यीय पैनल ने सभी पक्षों को देखते हुए अपना फैसला लिया है.

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Ramdev for Vedic Board: रामदेव करेंगे पहले वैदिक बोर्ड का नेतृत्व, पैनल ने किया पतंजलि का चयन

Aanchal Pandey

  • February 25, 2019 8:08 am Asia/KolkataIST, Updated 6 years ago

नई दिल्ली. योगा गुरू बाबा रामदेव वैदिक शिक्षा के लिए देश के पहले सरकारी मान्यता प्राप्त बोर्ड का नेतृत्व करने के लिए पूरी तरह से तैयार है. प्रस्तावित भारतीय शिक्षा बोर्ड की स्थापना के लिए उनके ट्रस्ट की बोली को शनिवार को एक चयन द्वारा सर्वश्रेष्ठ घोषित किया गया. इस हफ्ते मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर की अध्यक्षता में महर्षि सांदीपनि राष्ट्रीय वेदविद्या प्रतिष्ठान की गवर्निंग काउंसिल की पांच-सदस्यीय पैनल की सिफारिश पर विचार किया जाएगा.

महर्षि सांदीपनि राष्ट्रीय वेदविद्या प्रतिष्ठान वेद विद्या के प्रचार पर काम कर रहे मानव संसाधन विकास मंत्रालय के तहत एक पूरी तरह से वित्त पोषित स्वायत्त निकाय है जिसे वैदिक भारतीय शिक्षा बोर्ड गठन के लिए एक निजी प्रायोजक निकाय नियुक्त करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. बहुत समय से खबरें हैं कि बाबा रामदेव का पतंजलि योगपीठ ट्रस्ट उन तीन निजी ट्रस्ट में शामिल है जिन्होंने बोर्ड की स्थापना के लिए आवेदन आमंत्रित करने वाले एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट का जवाब दिया था. पतंजलि के अलावा रितानंद बालवेड एजुकेशन फाउंडेशन जो एमिटी समूह को चलाता है और पुणे स्थित महाराष्ट्र प्रौद्योगिकी संस्थान इसके अन्य दावेदार थे.

तीनों आवेदकों ने दिल्ली में नेशनल बुक ट्रस्ट के नए चेयरपर्सन गोविंद प्रसाद शर्मा की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय चयन समिति के सामने एक प्रस्तुति दी. पतंजलि योगपीठ का प्रतिनिधित्व इसके ट्रस्टी आचार्य बालकृष्ण ने किया था. प्रस्तुति के दौरान बालकृष्ण ने समिति को सूचित किया कि पतंजलि योगपीठ बोर्ड के विकास के लिए 21 करोड़ रुपये देने को तैयार है और इसके मुख्यालय के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचा तैयार है.

बालकृष्ण ने ट्रस्ट के पैनल को हरिद्वार में बीएसबी के मुख्यालय को जगह देने और रामदेव को इसके अध्यक्ष के रूप में नियुक्त करने की भी जानकारी दी. सूत्रों के मुताबिक पतंजलि के पक्ष में काम करने वाला कारण रहा 21 करोड़ रुपये का फंड देने का वादा जिसके लिए ट्रस्ट पहले ही बैंक गारंटी दे चुका है.

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