Ramdas Athawale Statement on Rahul Gandhi: तीन राज्यों में मिली चुनावी जीत के बाद राहुल गांधी के तेवर बदल गए है. उनके तेवर को न केवल आम अवाम बल्कि मोदी सरकार के मंत्री भी समझ रहे हैं. केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने रविवार को कहा कि अब राहुल गांधी पप्पू नहीं पप्पा बन गए हैं.
ठाणे. राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की जीत के बाद राहुल गांधी काफी ताकतवर नेता बन कर उभरे हैं. राहुल गांधी की पप्पू वाली छवि अब दूर होती जा रही है. 11 दिसंबर को घोषित हुए चुनाव परिणाम के बाद सोशल मीडिया पर राहुल गांधी की तारीफ करने वाले हजारों यूजर देखे गए. राहुल गांधी भी अब पहले से कभी अधिक आक्रमक नजर आ रहे हैं. राहुल गांधी की बढ़ी धमक को न केवल आम अवाम बल्कि मोदी सरकार के मंत्री भी महसुस कर रहे हैं. एनडीए सरकार के मंत्री रामदास अठावले ने रविवार को ठाणे में आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि राहुल गांधी अब पप्पू नहीं पप्पा बन गए हैं.
रिपब्लकि पार्टी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष और महाराष्ट्र के बड़े दलित नेता रामदास अठावले ने ठाणे जिले के कल्याण में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि राहुल गांधी ने तीन राज्यों में एक अच्छी जीत हासिल की है. वह अब ‘पप्पू’ नहीं हैं, लेकिन ‘पप्पा’ बन गए हैं. हालांकि अठावले ने चुनाव परिणाम पर यह भी कहा कि चुनावों में हार भाजपा की है न कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की.
महाराष्ट्र की राजनीति पर मीडिया से बात करते हुए रामदास अठावले ने कहा कि यहां शिवसेना को भाजपा के साथ अपना गठबंधन बनाए रखना चाहिए. अठावले ने बड़ी साफगोई से कहा कि यदि शिवसेना और भाजपा गठबंधन जारी नहीं रहा तो शिवसेना को नुकसान होगा. मोदी सरकार में केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अठावले ने कहा, “मैं शिवसेना के प्रमुख उद्धव ठाकरे से यह अपील करता हूं कि वो शिवसेना के संस्थापक और पूर्व सुप्रीमो बाल साहेब ठाकरे के सपनों को पूरा करें. शिवसेना को अकेले चुनाव लड़ने के बारे में नहीं सोचना चाहिए.”
कांग्रेस और राफेल मुद्दे पर बात करते हुए रामदास अठावले ने कहा कि कांग्रेस को इस धारणा में नहीं रहना चाहिए कि केवल राफेल सौदे को उठाकर वह 2019 का चुनाव जीत लेगी. गौरतलब हो कि इन दिनों राफेल मुद्दा काफी गरम है. कांग्रेस इस मसले पर लगातार भाजपा को घेर रही है. वहीं भाजपा ने राफेल मसले पर कांग्रेस के आरोपों का जवाब देने के लिए सोमवार को 70 प्रेस कांफ्रेंस आयोजित करने का फैसला लिया है.