नई दिल्ली: भारत समेत दुनिया भर में इन दिनों इस्लाम धर्म का पाक महीना रमजान चल रहा है. इस महीने में इस्लाम धर्म को मानने वाले लोग रोजा रखते हैं. रमजान का महीना 29 या 30 दिनों तक होता है. यह पूरी तरह से चांद पर निर्भर करता है। खाड़ी देशों और पश्चिमी मुल्कों में रमजान की शुरुआत भारत की तुलना में 1 दिन पहले ही हो जाती है. आज देशभर में रमजान का 19वां रोजा रखा गया है. रमजान के महीने में रोजदारों के बीच खासा उत्साह देखने को मिलता है. सुबह के वक्त लोगों ने सहरी खाकर रोजे की नीयत की। इसके बाद सभी ने फजर की नमाज अदा की. अब सभी लोगों को शाम के वक्त का इंतजार है जब सभी इफ्तार करेंगे।
रमजान के इस महीने को सबसे पाक महीना में जाता है यही वजह है कि इस महीने लोग खूब इबादत करते हैं. रोजदारों सहरी के साथ रोजे की शुरुआत करते हैं और इफ्तार के साथ इसे खत्म करते है. रोजा रखने के दौरान वह कुरान की तिलावत करते है और अल्लाह की इबादत करते हैं. मुस्लिम धर्म से जुड़े लोग इस महीने का पूरा वक्त इबादत में गुजार देते है, शांति और खुद को बुरे कामों से दूर रखते है और नेकी भर कामों को करते है. इस महीने में लोग बढ़-चढ़कर दान भी करते है. गरीबों और जरूरतमंदों की मदद की जाती है, जकात और फितरा के रूप में गरीबों और जरूरतमंदों की मदद की जाती है।
दुनिया पिछले 2 सालों से कोरोनावायरस का सितम झेल रही है. इसी वजह से भारत में दुनिया भर में 2 सालों से रमजान का महीना भी फीका रहा है. हालांकि इस साल कोरोना महामारी थमती नजर आ रही है. ऐसे में लोगों का उत्साह भी एक बार फिर से लौट आया है. यही वजह है कि लोग बढ़-चढ़कर इस महीने में रोजा रखते है और इबादत कर रहे है. रमजान के महीने में बाजारों में रौनक बढ़ जाती है क्योंकि लोग बड़ी संख्या में खरीदारी के लिए निकलते हैं. रमजान का महीना पूरा होने के बाद ईद का त्यौहार मनाया जाता है इसे मीठी ईद उल फितर कहा जाता है.