नई दिल्लीः राम मंदिर में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा लेकर कवायद तेज हो गई है। 22 जनवरी को होने वाली तमाम गणमान्य लोगों को आमंत्रित किया गया है। इस दौरान सीपीआई( एम ) नेता सीताराम येचुरी ने कहा कि शामिल नहीं होंगे। इस पर केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा कि जिन्हें […]
नई दिल्लीः राम मंदिर में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा लेकर कवायद तेज हो गई है। 22 जनवरी को होने वाली तमाम गणमान्य लोगों को आमंत्रित किया गया है। इस दौरान सीपीआई( एम ) नेता सीताराम येचुरी ने कहा कि शामिल नहीं होंगे। इस पर केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा कि जिन्हें राम बुलाएंगे वो ही आएंगे। इस संबंध में सीपीआई( एम ) ने बयान जारी कर कहा कि धर्म एक निजी पसंद है। वहीं कर्नाटक के पूर्व सीएम एचडी कुमारस्वामी को भी आमंत्रण भेजा गया है। जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया है।
सीपीआई( एम ) पार्टी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा कि यह दुखद है कि भाजपा और आरएसएस ने धार्मिक समारोह को सरकारी कार्यक्रम में बदल दिया है। जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ और अन्य नेता शामिल होंगे। पार्टी ने पोस्ट में आगे कहा कि भारत में शासन का एक बुनियादी सिद्धांत है। उच्चतम न्यायालय ने दोहराया है कि देश का कोई धार्मिक जुड़ाव नहीं होता है। कार्यक्रम के आयोजन से शासन द्वारा नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है।
राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में सीपीआई(एम) नेता सीताराम येचुरी के शामिल होने से इनकार करने के बाद भाजपा नेता और केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने उन पर तीखा तंज कसा है। उन्होंने कहा कि सभी को न्योता भेज दिए गए हैं, जिन्हें भगवान राम ने बुलाया है, वे ही शामिल होंगे।