Ram Temple Donation : अयोध्या में श्रीराम मंदिर का निर्माण करने के लिए चंदा अभियान जारी है. इसके तहत देश के हर कोने से राम मंदिर निर्माण के लिए राशि जमा की जा रही है. राम मंदिर निर्माण और प्रबंधन के लिए बनाया गया ट्रस्ट चंदा अभियान को पूरा कराने के लिए दिन रात लगा हुआ है.
नई दिल्ली : अयोध्या में श्रीराम मंदिर का निर्माण करने के लिए चंदा अभियान जारी है. इसके तहत देश के हर कोने से राम मंदिर निर्माण के लिए राशि जमा की जा रही है. राम मंदिर निर्माण और प्रबंधन के लिए बनाया गया ट्रस्ट चंदा अभियान को पूरा कराने के लिए दिन रात लगा हुआ है. जिसके चलते यह अभियान बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है. बता दें की इस चंदा अभियान में भारत के लोग दिल खोलकर मंदिर के लिए दान कर रहे हैं. खास बात यह कि अब तक मंदिर निर्माण के लिए पंद्रह सौ करोड़ रूपये से ज्यादा का चंदा इकट्ठा हो चुका है.
शुक्रवार को न्यास सचिव स्वामी गोविंद देव गिरि ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण और प्रबंधन की देखभाल के लिए गठित ट्रस्ट, श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र के खाते में 1,511 करोड़ रुपये की राशि जमा हो गई है. उन्होंने कहा, “अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए, पूरा देश धनराशि दान कर रहा है. हमारा उद्देश्य है कि हमारे देश में 4 लाख गाँव और 11 करोड़ परिवार हमारे दान अभियान के दौरान पहुँचें. हम 15 जनवरी से दान अभियान का संचालन कर रहे हैं. 27 फरवरी तक इसे जारी रखेंगे. लोग ट्रस्ट में योगदान दे रहे हैं. 492 साल बाद, लोगों को धर्म के लिए कुछ करने के लिए फिर से ऐसा मौका मिला है.”
बता दें कि श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट अयोध्या में भव्य मंदिर के निर्माण के लिए एक जन संपर्क और योगदान अभियान का आयोजन कर रहा है, जो 15 जनवरी से शुरू हुआ और 27 फरवरी तक चलेगा. गौरतलब है कि राम मंदिर निर्माण के लिए पहली दान राशि देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने दी थीा. जिसके बाद अभिनेता से लेकर राजनेता, कारोबारी से लेकर व्यापरी तक सभी ने मंदिर के लिए दान दिया है.
जानकारी के लिए बता दें कि 9 नवंबर, 2019 को, भारत के तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई की अगुवाई वाली सुप्रीम कोर्ट की बेंच के पांच-न्यायाधीशों ने राम लल्ला के पक्ष में फैसला सुनाते समय कहा था कि 2.7 एकड़ में फैली पूरी विवादित भूमि को एक ट्रस्ट द्वारा गठित ट्रस्ट को सौंप दिया जाएगा. जिसके बाद 5 अगस्त, 2020 को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर के निर्माण के लिए भूमि पूजन किया और राम मंदिर की नीव रखी थी.