नई दिल्लीः उत्तर प्रदेश के अयोध्या में बन रहे राम मंदिर में भगवान रामलला की मूर्ति गर्भ गृह में स्थापित की जाएगी। ये मूर्ति भागवान के बचपन की होगी जिसमें वो 5 साल के बालक के रूप में होंगे। राम मंदिर का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को करेंगे। इस पूरे मामले पर राम […]
नई दिल्लीः उत्तर प्रदेश के अयोध्या में बन रहे राम मंदिर में भगवान रामलला की मूर्ति गर्भ गृह में स्थापित की जाएगी। ये मूर्ति भागवान के बचपन की होगी जिसमें वो 5 साल के बालक के रूप में होंगे। राम मंदिर का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को करेंगे। इस पूरे मामले पर राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने अपनी बात रखी हैं।
राम मंदिर उद्घाटन को लेकर उन्होंने कहा कि आत्म संतुष्टि की अनुभूति हो रही है। उन्होंने कहा कि राम मंदिर आंदोलन में अयोध्या के साधू, पीढ़ियां जो दुनिया छोड़कर चली गई, संघर्षों में जिनका जीवन गया और ये 77वां संघर्ष चल रहा है। उनक सबको न्याया मिला हैं। हमलोग जो चाहते थे वो हुआ है। राम मंदिर निर्माण को लेकर उन्होंने कहा कि विनाश जल्दी होता है लेकिन निर्माण जल्दी नहीं होता है। निर्धारित योजना के अनुसार, तय समय में ही सब हो गया है।
अपनी बात जारी रखते हुए उन्होंने आगे कहा कि प्राण प्रतिष्ठा प्रतिमा की होगी। वो प्रतिमा का निर्माण पत्थरों से किया जा रहा है। तीन प्रकार के पत्थरों पर तीन मूर्तिकार मूर्तियों की रचना कर रहे हैं। जिसमें भगवान राम का बचपन का रुप हैं। इसमें से दो मूर्तिकार मूर्तियां तैयार करके ताला लगाकर चले गए हैं। इन तीन मूर्तियों के कौन से रूप को भगवान स्वीकार करेंगे और कौन सा मूर्तिकार भगवान के बाल रूप को उकेर पाया वो जनवरी के पहले हफ्ते तक सामने आ जाएगा।