नई दिल्लीः रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर अयोध्या में तैयारी अंतीम दौर में है। इस बीच श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने सोमवार यानी 15 जनवरी को जानकारी दी कि प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पूजन विधि मंगलवार यानी 16 जनवरी से शुरु हो जाएगी। प्रतिमा की वजन भी आया सामने […]
नई दिल्लीः रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर अयोध्या में तैयारी अंतीम दौर में है। इस बीच श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने सोमवार यानी 15 जनवरी को जानकारी दी कि प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पूजन विधि मंगलवार यानी 16 जनवरी से शुरु हो जाएगी।
चंपत राय ने आगे बताया कि यह पूजन विधि 21 जनवरी तक चलेगी। उन्होंने कहा कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को दोपहर 12 बजकर 20 मिनट पर शुरू होकर 1 बजे तक खत्म हो जाएगी। इसको लेकर विचार किया जा रहा है। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने मनोभाव प्रकट करेंगे। उन्होंने आगे कहा कि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि राम भगवान की प्रतिमा 150 से 200 किलोग्राम की है।
वीएचपी महासचिव स्वामी विज्ञानानंद ने रविवार को बताया कि 22 जनवरी को अयोध्या रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में राजदूतों और सांसदों सहित 55 देशों के लगभग 100 प्रमुखों को आमंत्रित किया गया है। इनमें अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, बेलारूस, बोत्सवाना, कनाडा, कोलंबिया, डेनमार्क, डोमिनिका, डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो, मिस्र, इथियोपिया, फिजी, फिनलैंड, फ्रांस, जर्मनी, घाना, गुयाना, हांग शामिल हैं। कोंग, हंगरी, इंडोनेशिया, आयरलैंड, इटली, जमैका, जापान, केन्या, कोरिया, मलेशिया, मलावी, मॉरीशस, मैक्सिको, म्यांमार, नीदरलैंड, न्यूजीलैंड, नाइजीरिया, नॉर्वे, सिएरा लियोन, सिंगापुर, दक्षिण अफ्रीका, स्पेन, श्रीलंका , सूरीनाम, स्वीडन, ताइवान, तंजानिया, थाईलैंड, त्रिनिदाद और टोबैगो, वेस्ट इंडीज, युगांडा, यूके, यूएसए, वियतनाम और जाम्बिया को आमंत्रण भेजा गया है।
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