नई दिल्लीः राममंदिर की सुरक्षा व्यवस्था राष्ट्रपति व संसद भवन की तर्ज पर होगी। सुरक्षा का प्लान सीआईएसएफ ने तैयार कर लिया है। इस प्लान में आठ बिंदुओं पर खास ध्यान किया गया है। राममंदिर की सुरक्षा में आधुनिक सुरक्षा यंत्रो का ज्यादा प्रयोग किया जाएगा। परिसर में सुरक्षाकर्मी कम नजर आएंगे, बावजूद इसके सुरक्षा अभेद्य होगी। सीआईएसएफ ने प्रदेश सरकार को महत्वपूर्ण सुझाव दिए जिसके बाद राममंदिर की सुरक्षा योजना बनकर तैयार हुई। अब इसका क्रियान्यवन भी शुरू हो गया है।
सूत्रों के मुताबिक राममंदिर परिसर के सुरक्षा प्लान में हर बारीकियों को ध्यान में रखा गया है। खासतौर पर भीड़ और किसी भी तरह की धमकी का आकलन कर सीआईएसएफ ने सुरक्षा से संबंधित सुझाव दिए हैं। सीआईएसएफ को इस काम के लिए इसलिए चुना गया, क्योंकि इस केंद्रीय सुरक्षा बल के पास तिरुपति मंदिर, शिरडी साईं बाबा मंदिर, गोरखनाथ मंदिर, महाकालेश्वर मंदिर, काशी विश्वनाथ मंदिर और महाबोधि की सुरक्षा का काफी अनुभव है। राममंदिर की सुरक्षा के लिए थ्रेट परसेप्शन तैयार करने के लिए स्थानीय पुलिस, खुफिया एजेंसी समेत अलग-अलग एजेंसियों से जानकारी लिया गया। मंदिर के लिए भीड़ नियंत्रण किस तरीके से होना चाहिए उसके लिए भी पूरा प्लान तैयार किया गया है।
राममंदिर की सुरक्षा के लिए सुरक्षा एजेंसी सीआईएसएफ ने खास सुरक्षा ग्रिल लगाने का सुझाव भी दिया है, जिसे सिर्फ मंदिर के लिए ही बनाया जाएगा। मंदिर के नक्शे के अनुसार ही वहां सुरक्षा बलों की तैनाती का सुझाव दिया गया है और उन पर निगरानी रखने के लिए भी एक खास टीम बनाने की अनुसंशा सीआईएसएफ की ओर से की गई है। परिसर की सुरक्षा अपने मजबूत हो इसका खास ध्यान रखा गया है। सीआईएसएफ ने अपने सुझावों में मंदिर परिसर में तैनात होने वाले सीआईएसएफ को समय-समय पर बदली परिस्थितियों के मुताबिक ट्रेनिंग देने के पहलू को भी शामिल किया गया है।